हाथियों का डर ऐसा कि छत – टंकियों पर रात गुजार रहे हैं सुबह होते ही अपनी ही फसल को जल्द काटने मजबूर हुए ग्रामीण किसान
दैनिक बालोद न्यूज/कांकेर।भानुप्रतापपुर से मात्र 7 किमी दूर चिचगांव और गोडोपारा के जंगलों में हाथियों के दल ने डेरा डाल दिया है रात में दल के हाथी बस्ती की ओर पहुंच तोड़फोड़ करते हैं अब तक हाथियों ने 10 से अधिक मकानों को तोड़ दिया है जबकि दिन के समय पास लगी हुई पहाड़ी में पहुंच आराम करने लगते हैं पिछले 3 दिनों हाथी रोजाना रात होते ही बस्ती तक पहुंच में पहुंच जाते है जिनसे दहशत में आये ग्रामीण पानी की टंकियो, पक्के मकानों की छतों एवं स्कूल की छत पर रात गुजार रहे है ।
अब इन ऊंची जगहों पर चढ़ने में असमर्थ गांव के कुछ लोगों को भानुप्रतापपुर रिश्तेदार के घर भेजा गया तो वही दूसरी ओर सुबह होते ग्रामीणों में हाथियों का ऐसा डर की ग्रामीण अपनी ही फसल को काट रहे है उनका कहना है कि कोई किसान अपनी फसल को नुकसान नहीं करता लेकिन उन्हें डर है कि इस फसल की लालच में हाथी उन तक पहुंच जाएंगे सुबह से ही सभी ग्रामीण अपनी फसलों को इसी तरह काटने में लगे हुए है ।
हालांकि अब तक हाथियों से किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है लेकिन बीते कुछ दिनों से जिस तरह हाथियों का आतंक दिखाई पड़ रहा है उसे लेकर विभाग सतर्क है ग्रामीण की रात भी दहशत में कट रही है वहीं वन विभाग हाथियों को ग्रामीण इलाकों में ना पहुँचे उसके लिए हर संभव प्रयास कर रहा है ग्रामीणों को बच कर रहने कहा जा रहा है।