बालोद में आज पाश्चात्य संस्कृति को नकारते हुए मातृ पितृ दिवस के रूप में मनाया जायेगा
दैनिक बालोद न्यूज़/बालोद जहाॅ देश के कई इलाके मे 14 फरवरी को वेलेंटाईन डे के रूप मे मनाया जा रहा है वही इसके ठीक एक दिन पहले संध्या समय बालोद के संस्कार शाला मैदान मे सैकड़ो माता पिता व उनके बच्चे पहुॅचकर मातृ पितृ दिवस के रूप मे न केवल मनाया बल्कि अपने माता पिता का यहाॅं पूजा भी किये इस आयोजन के चलते यहाॅं एक अलग हि माहौल बना रहा।
बालोद के इस संस्कार शाला मैदान मे बच्चो ने बेहद सम्मान के साथ अपने माता पिता का पूजन किये और यहाॅं एक दो नही बल्कि सैकड़ो माता पिता मौजूद थे जिनके बच्चो ने पूजन किया यह भावनात्मक क्षण हि ऐसा था कि लोग अपने आसू नही रोक पाये आज हमारी सॅंस्कृति पाश्चात्य सभ्यता की ओर बढ़ रही है जिसे रोकने और युवा पीढ़ी को अपने माता पिता के प्रति प्रेम जागृत करने के उद्वेश्य से यह आयोजन किया गया और आयोजन मे विभिन्न इलाको से माता पिता व उनके बच्चो को बुलाया गया पूजन के दौरान ऐसा वक्त भी आया जब हर किसी की आंखे छलक गई खुशी के ये आंसूओ से भरा यह आयोजन हर किसी के लिये एक यादगार आयोजन साबित हो गया।
बहरहाल आज भले हि युवा वर्ग वेलेंटाईन डे को अपने दोस्तो के साथ मनाते नजर आये लेकिन यहाॅ हुये आयोजन ने सही मायने मे युवा वर्ग को एक सीख दे दी है कि युवा अपनी सोच बदले और इस दिन को मातृ पितृ दिवस के रूप मे मनाते हुये अपने माता पिता का सम्मान करे।