एक आशा की किरण 2021। वर्षों से लगातार पक्षियों को सुबह का नास्ता में देते हैं खस्ता, सैकड़ों की संख्या मे चील,कौआ,सलहाई, गौरय्या पक्षी आते हैं कौन हैं वो सख्श जाने

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एक आशा किरण मे …….

बालोद जिले से 45 किमी दूर गुंडरदेही विकासखंड के अंतिम ग्राम पंचायत देवरी (द) में एक ऐसा शख्श रहता है जो इंसान के लिए चाय नाश्ता तो अपने ठेले पर तैयार करता है लेकिन इस शख्स के द्वारा प्रतिदिन सुबह पक्षियों के लिए एक आशा कि किरण की तरह होती है जो प्रतिदिन उनके आशा के अनुरूप उन पक्षियों को दाना के रुप में नास्ता खस्ता देता है सही सुन रहे हैं जनाब ये शख्स का नाम बिसालिक राम साहू है जो अपने प्रतिदिन के दिनचर्या में शामिल कर लिया है सुबह के चाहचाहट में पक्षी इनके एक आवाज पर सैकड़ों की संख्या में आ जाते हैं ।

बिसालिक राम साहू ने बताया कि


सन् 1991 में उनके आंखों के सामने से एक बाज पक्षी के द्वारा छोटे गौरय्या पक्षी को जिंदा पकड़कर खा गया जिससे उनको अंदर तक झकझोर दिया उनको लगा कि पक्षी अपने भुख मिटाने के लिए इस तरह एक बड़ा पक्षी छोटा पक्षी खून प्यासा हो गया क्यो ने एक प्रयास किया जाये कि भुखे पक्षियों को दाना पानी डाला जाये और उसी दिन से लगातार अपने दैनिक जीवन में उतार लिया आज उनके अंगना में प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में चील, कौआ, गौरय्या,सलहाई जैसे विभिन्न पक्षी बारी बारी से आंगन में आकर अपना दाना चुकते है बिसालिक साहू ने ऐ भी बताया कि कोई भी भूखा गरीब व्यक्ति या मानसिक रूप अपंग व्यक्ति उनके आंगन में आता है तो उनको भी चाय नास्ता मुक्त में देता है इसकी दयालुता आज के दिन में भी एक मिसाल कायम कर रहा है।

नास्ता का दुकान है प्रसिद्ध

बिसालिक राम साहू का होटल का नास्ता का चटकारा लगाने
आसपास से दस किलोमीटर दूर तक के लोग आते हैं बिसालिक साहू प्रतिदिन सुबह 03 बजे उठकर नहाने के बाद 05 बजे अपने होटल पहुचता है फिर अनेकों प्रकार के खड़ी मसाला,नारियल, तेजपत्ता, इलाईचा पीसकर तैयार किया जाता है समोसा के एक बार स्वाद लेने के बाद दुसरी बार उनके समोसे के दीवाने हो जाते हैं पक्षी तो है उनके दीवाने लेकिन इंसान भी समोसे ख़ाने के बाद दीवाने हों जाते हैं।

भोज साहू पर्यावरण प्रेमी ने बताया कि

बचपन से देख रहें हैं कि बिसालिक राम साहू के द्वारा प्रतिदिन आवाज लगाकर पक्षी को इसी तरह दाना डालते हैं इस पक्षी प्रेम को देख कर प्रभावित हैं उनके कार्य से गांव के अन्य लोग भी प्रभावित हैं इस तरह के पक्षीप्रेमी लाखों में एक होता है जिनके एक आवाज सुनकर सुबह पक्षी का जमावड़ा लगना वाकिफ में एक मिशाल है उनके आंगन में अनेकों प्रकार के पक्षी चील कौओं,सलहाई, गौरेय्या जैसे विभिन्न प्रकार पक्षी दाना चुगते है।

डिजिटल दुनिया से चलता है बिसालिक का ठैला

बिसालिक का होटल में ग्राहकों को पेमेंट करने के लिए फोन पे चलाता है मोदी के सपनों को साकार कर रहा है एक छोटा सा व्यावसायी करने वाले बिसालिक राम साहू।