आखिर संविदा स्टाॅफ नर्स पर ही क्यो बर्खास्त की कार्रवाई हुई? इनके असली गुनहगार को क्यों बचाया जा रहा है अस्पताल प्रबंधन? क्या है पुरा मामला पढ़ें दैनिक बालोद न्यूज
दैनिक बालोद न्यूज़/ 26 नवम्बर की रात्रिकालीन एक कोरोना पेसेंट को जुलाई 20 एक्सपायरी डेक्सट्रोज बाटल चढ़ाने का मामला दूसरे दिन 27 नवम्बर को सामने आया. मामला सामने आते ही दैनिक बालोद न्यूज़ सहित तमाम मीडिया व शोसल मीडिया चर्चा का विषय बना रहा. दरअसल जिले के कोविड 19 अस्पताल हो चाहे 100 बिस्तर जिला अस्पताल पिछले कुछ समय से लापरवाही को लेकर चर्चाओं में छाया हुआ है, जिले के अस्पताल में पेसेंट को उनके ग्रुप का छोड़ दूसरे ग्रुप का ब्लड चढ़ाने का मामला या फिर प्रसव के लिए गर्भवती महिला की ईलाज में लापरवाही से उनकी मौत या प्रसव के बाद नवजात बच्चों की मौत का मामला लगातार अस्पताल प्रबंधन व डॉ. व नर्स पर सवाल खड़े होते आ रहें.।
ऐसा ही एक मामला बीते गुरुवार को प्रकाश में आया. जहाँ एक कोरोना संक्रमित पेसेंट को एक्सपायरी ग्लूकोज चढ़ा दिया गया. मामला दूसरे दिन सामने आने और मीडिया में दिखाए जाने के बाद कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने मामले को गंभीरता से लिया और दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने के आरोप में एक्सपायरी ग्लूकोज चढ़ाने वाली स्टाफ नर्स (संविदा) के पद पर कार्यरत कु. तारिणी साहू को बर्खास्त कर दिया।
पर एक सवाल
क्या इस मामले स्टाफ नर्स बस की ही लापरवाही है. क्या मेडिकल स्टोर रूम देखरेख करने वाले स्टोर प्रभारी कि कोई गलती नही..? क्या इसमें किसी और कि कोई जिम्मेदारी नही…?क्या उनपर कोई कार्यवाही नही होनी चाहिए…?