हाथियों का दल ग्रामीणों के लिए बनी मुसीबत।

बालोद ।जिला स्थित डौण्डी वन परिक्षेत्र के वनाॅचल क्षेत्र मे इन दिनो हाथियो के एक दल ने अपना डेरा जमाया हुआ है। दिन के उजाले मे तो ये दल गाॅव के आसपास जंगल मे रहता है, लेकिन शाम होते हि इनका रूख गाॅव के पास हो जाता है। हाथियो की मौजूदगी से क्षेत्र के गाॅवो मे ग्रामीणो के बीच दहशत का माहौल बना हुआ है। मंगलवार शाम लगभग 5 बजे नागेश्वर सिंग, ग्राम खुर्सीटिकुर निवासी अपनी बहन हेमबती को उनके ग्राम हवनकुंदल छोड़ने दिघवाड़ी से जबकसा के रास्ते जा रहे थे। तो उन्हें रास्ते मे सड़क किनारे जंगल मे हाथियों का दल मिला जिससे आगे बढ़ने के बाद अचानक हाथी दल का एक सदस्य सड़क के बीचों बीच मिला। जो इन भाई बहन को दौड़ा दिया जिससे बा मुश्किल दोनों भाई बहन अपनी जान बचा बापस खुर्शीटिकुर पहुचे।

हाथियों की स्टोरी कवरेज करने गए मीडियाकर्मियों ने अपने आखों से देखा मंजर

दोनों भाई बहन के साथ हुई घटना को स्टोरी कवरेज करने जा रहे। आईबीसी 24 बालोद के संवाददाता मोहन दास मानिकपुरी, न्यूज़ स्टेट mp/cg के बालोद संवाददाता सहित कैमरामैन दिलीप क्षीरसागर ने अपने आँखों से देख स्वंय भी अपनी जान बचा मौके से वापस लिमऊडीही पहुँच जिला वन विभाग कर अधिकारी सतोविषा समाजदार को दी। जिसके बाद पुलिस व वन विभाग सयुक्त टीम बना गांव की रखवाली के लिए अलग-अलग क्षेत्र में रवाना किया गया।

लगभग 17 दिनों में तीन बार जिले में प्रवेश किए है हाथियों का यह दल

आपको बतलादे की हाथियो का यह दल तीन बार काॅकेर जिला में प्रवेश कर गया था। लेकिन वहाॅ ग्रामीणो से डिस्टर्व होकर वापस बालोद जिले के डौंडी वन परिक्षेत्र लौट आया। पिछले 15 दिनो से यह दल इसी क्षेत्र के जंगल मे मौजूद है। जहाँ इन्ही जंगलो से लगे हुये कई छोटे छोटे गाॅव है। ऐसे में वन विभाग व पुलिस फोर्स द्वारा इन गाॅवो के ग्रामीणो को हाथियो से सुरक्षित रहने पूरी तरह अलर्ट कर दिया है। शाम चार बजे के बाद ग्राम लिमउडीह, केकती पारा, खलारी पारा, सुरडोंगर, दीगवाड़ी, खुर्सीटिकुर, जबकसा, मदरदा, और रजोलीडीह गाॅव के ग्रामीणो को गाॅव से बाहर नही निकलने की हिदायत भी दिया गया है। साथ ही ग्रामीणो को जंगल की ओर जाने मे मनाही कर दी गई है। इन हाथियो से ग्रामीणो को सरक्षित रखने वन विभाग व पुलिस फोर्स द्वारा अलग अलग टीम बनाकर गाॅवो मे मौजूद है। वन विभाग व पुलिस फोर्स द्वारा रात्रि के समय क्षेत्र के अलग अलग गाॅव मे ग्रामीणो के साथ अलाव जला रात भर जागरण करते है। ताकि हाथियों का दल गांव में प्रवेश ना कर सके व ग्रामीण सुरक्षित रह सके। वही बस्ती से अलग कच्चे मकान मे निवास कर रहे ग्रामीणो को शासकीय भवनों में सिप्ट कर दिया गया। हाथियों के दल द्वारा गांव के कुछ घरों क्षति भी पहुचाया गया है, तो वही एक पालतू मवेशी को दल द्वारा मौत के घाट उतार एक मोटरसाइकिल को भी क्षित पहुचाया गया।

डीएफओ सतोविषा समाजदार गांव में देर रात्रि तक ग्रामीणों के बीच।

जिले के वन अधिकारी सतोविषा समाजदार डौंडी, डौंडीलोहारा व बालोद रेंजर के साथ लगातार क्षेत्र का दौरा कर आवश्यक दिशा निर्देश दे स्वयं भी देर रात्रि तक गांव में ग्रामीणों के बीच रुक ग्रामीणों से चर्चा कर मोर्चा सम्हाली हुई है। साथ ही गांव में लड़की रख रात भर अलावा जलवा रहें ताकि हाथियों का दल गांव में प्रवेश न कर सके। बहरहाल क्षेत्र मे मौजूद हाथियो से ग्रामीणो को सुरक्षित रखने वन विभाग पुलिस फोर्स व ग्रामीणो के साथ क्षेत्र के गाॅवो मे पूरी तरह मुस्तैद है।

प्रदेश के महिला बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री व क्षेत्रीय विधायिका अनिला भेड़िया हाथी प्रभावित क्षेत्र का आज करेंगे दौरा।