जान बचाने जुगत- रात 1 बजे पहुंचे कुरदी में महाराष्ट्र से प्रवासी मजदूर, 7 लोगों को किया गया क्वॉरेंटाइन
बालोद। महाराष्ट्र क्षेत्र में बढ़ते कोरोना के संकट को देखते हुए प्रवासी मजदूर अभी भी आ रहे हैं। कुछ तो ट्रेन से पहुंचे हैं तो कुछ अपने साधनों से। इसी क्रम में बीती रात को 1 बजे महाराष्ट्र के गोंदिया क्षेत्र से 7 प्रवासी मजदूर ग्राम पंचायत कुरदी पहुंचे। जो कई साल से वही रह रहे थे। मजदूर व उनके सभी साथियों को स्कूल में क्वॉरेंटाइन पर रखवा दिया गया। मामले की खबर मिलने के बाद रात 1 बजे ही सरपंच संजय साहू व कोटवार रामराज्य कश्यप ने व्यवस्था संभाली और रातों-रात स्कूल पहुंचकर उनके ठहरने का इंतजाम किया गया। सरपंच ने बताया कि मजदूर गोंदिया के दहेगांव,आमगांव क्षेत्र में रहते थे। जहां पर प्रवासी मजदूरों का एक सदस्य किसी प्लांट में नौकरी करता था। जो हाल ही में रिटायर हुआ। रिटायर होने के बाद वहां के क्वार्टर को पूरी तरह से खाली करके एक-एक सामान लेकर उनका यह परिवार गांव पहुंचा है। क्योंकि अभी गाड़ियां भी नहीं चल रही है इसलिए प्रवासी मजदूर पिकअप के सहारे ही गोंदिया से यहां तक पहुंचे जिन्होंने गांव में प्रवेश करते ही हमें सूचना दी और उन्हें घर न भेजकर स्कूल में क्वॉरेंटाइन पर रखा गया।
विभाग लेगी सैंपल ,28 दिन तक रहेंगे निगरानी में
प्रवासी मजदूर संवेदनशील क्षेत्र महाराष्ट्र से आए हैं जो कि पहले से रेड जोन में है। उन मजदूरों को अभी घर में एंट्री नहीं मिलेगी। 28 दिनों तक निगरानी की जाएगी। विभाग द्वारा उनका सैंपल भी लिया जाएगा। उनके लिए खाने का प्रबंध भी किया जा रहा है ताकि किसी भी काम से बाहर ना निकले और अन्य लोग भी उनसे दूर रहे। ग्राम पंचायत प्रशासन ने अपील की है कि उनसे दूरी बनाकर रखें। परिजनों को भी कहा गया है कि वे उनसे मिलने के लिए भी वहां ना जाए।