अतिक्रमण को लेकर दोनों राजनीतिक दलों की खामोशी समझ से परे, सडक़ चौड़ीकरण में मुख्य बाधा है अतिक्रमण
सडक़ घेरकर व्यापार करने वालों पर शासन प्रशासन क्यों है मेहरबान ?
दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/डोंगरगांव।नगर में सुव्यवस्थित और सुगम यातायात में सबसे बड़ी बाधा नगर से गुजरने वाले स्टेट हाइवे में सडक़ किनारे के अतिक्रमण साबित हो रहे हैं। अपनी – अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के नाम पर दोनों प्रमुख राजनीतिक दल अतिक्रमण के विरूद्ध कभी मुखर नहीं हो पाये हैं। सडक़ तक फैल आये अतिक्रमण को हटाने में शासन प्रशासन, खासकर राजस्व व नगर पंचायत की भूमिका पर भी अनेकों सवाल खड़े हो रहे हैं।
आमजनता को सुरक्षित और सुविधाजनक यातायात की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए करोंड़ो रूपये की लागत से बनााया जा रहा सडक़ चौड़ीकरण कार्य भी सडक़ तक फैल आये अतिक्रमण के कारण आधा अधूरा हो पा रहा है। इससे आमजनता को परेशानी तो हो ही रही है, लेकिन सडक़ों तक दुकान और सामान फैलाकर दुकानदारी करने वाले व्यापारी इससे कोई सबक नहीं सीख रहे हैं।

बता दें कि नगर में बगदई पुल से लेकर मोहड़ चौक तक लगभग 18 करोड़ की लागत से 3.60 किलोमीटर में पिछले दो सालों से सडक़ चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है
ठेकेदार और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से सडक़ चौड़ीकरण कार्य किस तरह चल रहा है, यह किसी से छिपा नहीं है। लेकिन इस कार्य में ठेकेदार और विभाग को नगरवासियों का कितना सहयोग मिल रहा है, यह भी सोचने वाली बात है। सडक़ चौड़ीकरण कार्य को गुणवत्तापूर्वक जल्द से जल्द पूरा कराने के लिए सडक़ पर उतरकर आंदोलन करने वाले कांग्रेस व भाजपा के नुमाइंदों की भी इस मामले में चुप्पी हास्पास्पद है।
नगर के बीच क्षेत्र में कब होगा सडक़ चौड़ीकरण कार्य धीमा
सडक़ चौड़ीकरण कार्य के डीपीआर में डिवाइडर सहित दोनों ओर 7 मीटर की सडक़ बनना है। नगर के दोनों छोर में डिवाइडर, नाली और सात मीटर तक सडक़ का कार्य तो हो गया है, लेकिन नगर के बीच क्षेत्र में पुराना बस स्टैण्ड से लेकर चौकी रोड तक, जहां सडक़ चौड़ीकरण की मुख्य आवश्यकता है, वहां पर आकर न जाने विभाग और ठेकेदार द्वारा किसके दबाव में आकर सडक़ चौड़ीकरण कार्य मेें जमकर लापरवाही बरत रहे हैं। यहां जितना जगह मिल रहा है, उतने पर निर्माण कार्य कर अपना ठेकेदार भी अपना काम जल्द से जल्द समेटने के चक्कर में है। बता दें कि पुराना बस स्टैण्ड से लेकर शनि मंदिर तक यातायात का मुख्यत: दबाव रहता है।
यहां यह भी बताना लाजिमी होगा कि नगर में यातायात की सबसे बुरी स्थिति श्रीराम द्वार से लेकर फौव्वारा चौक तक भी है। इन क्षेत्रों की दुकानों में रोड के दोनों तरफ दुपहिया और चारपहिया वाहन रोड पर खड़ी करने से स्टेट हाइवे पर बार – बार जाम की स्थिति बन जाती है।

नालियों के ऊपर दुकान और मकान, कार्यवाही नहीं
नगर में अनेक व्यापारी रोड तक सामान फैलाकर व्यापार करने में लगे हैं। तो वहीं कई दुकानदार और नागरिक नालियों के ऊपर दुकान और मकान बनाकर अपना काम निकाल रहे हैं। इनके विरूद्ध कार्यवाही करने में राजस्व विभाग सहित नगर पंचायत प्रशासन फिसड्डी साबित हो रहा है। ऐसा लगता है इन दोनों विभागों को तो अपनी वसूली के सिवाय नागरिकों के दुख दर्द से कोई लेना देना नहीं है। नगर के चौकी रोड में जहां पर अब पांच पांच बैंक और कुछ प्रमुख व्यवसायिक प्रतिष्ठान हैं, ऐसे में कुछ लोग नालियों के ऊपर दुकान मकान बनाकर अपनी मनमानी कर रहे हैं।
जिसके कारण ऐसे दुकानों और घरों के सामने पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं होने से आधे सडक़ को घेरकर यहां पर पार्किंग हो रही है और आने जाने वालों के लिए ऐसे लोग परेशानी खड़ा कर रहे हैं। यहां पर सडक़ चौड़ीकरण 7 मीटर के बजाय 5 और 6 मीटर तक सिमट आया है। चाहे जो हो, नगर में राजस्व और नगर पंचायत प्रशासन को एक पुन: अतिक्रमण हटाओ मुहिम चलाने की नितांत आवश्यकता है। क्योंकि, लगता है कई घाघ और ढीठ किस्म के लोग कानून की भाषा के अलावा अन्य कोई भाषा समझने को तैयार ही नहीं हैं। चौकी रोड में सडक़ तक फैल आये अतिक्रमण के कारण सडक़ डामरीकरण का कार्य भी बराबर नहीं हो पाया है।
बहरहाल, नगर में सडक़ चौड़ीकरण का कार्य खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। ठेकेदार अपनी मनमानी से काम कर रहा है, देखा जाये तो अभी आधा काम बाकी है। कार्य एजेंसी लोक निर्माण विभाग के अधिकारी आखिरकार ठेकेदार को इतनी मनमानी की छूट क्यों दे रहे हैं, यह भी समझ से परे है। जबकि, अभी अधिकांश क्षेत्रों में नाली निर्माण, डिवाइडर निर्माण सहित डामरीकरण में सेकेण्ड लेयर का काम भी बाकी है।
क्या कहते हैं भाजपा कांग्रेस के दिग्गज नेता,,
विधानसभा और मंत्रियों को सड़क चौड़ीकरण निर्माण कार्यों
के बारे में अवगत कराया हूं-विधायक दलेश्वर साहू
डोंगरगांव में तिगाला पेट्रोल पंप से गांधी पेट्रोल पंप तक सड़क चौड़ीकरण निर्माण को लेकर मैने रोड ठेकेदार को डीपीआर के तहत पूरे मापदंड और गुणवत्ता पूर्ण मजबूती के साथ बनाने लिए कहा गया है सड़क चौड़ीकरण में गुणवत्तविहीन कार्य पर कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा इनके अलावा मैने विधानसभा श्रेत्र में आग्रह किया है साथ ही साथ मंत्री को भी अवगत कराया गया हूं।

फोरलेन प्राक्कलन गलत बना है -दिनेश गांधी पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत राजनांदगांव
डोंगरगांव में सड़क चौड़ीकरण जो बन रहा है वो 18 करोड़ रुपए की राशि से विधायक दलेश्वर साहू का ड्रीम प्रोजेक्ट है फोरलेन प्राक्कलन के हिसाब से गलत बना है डीपीआर में भी सड़क चौड़ीकरण में पाइप लाइन विस्तार और नाली निर्माण नहीं बना है इसके अतिरिक्त नुकसान होने वाले को मुआवजा का प्रावधान भी नहीं हैं जिनके कारण सड़क चौड़ीकरण में अनेक समस्या उत्पन्न हो रही हैं।
