कंटेनमेंट जोन में बढ़ी बेरोजगारी, लोग बोले हमें खाने को नहीं कमाने का दीजिए कांग्रेसियों को बताई समस्या, पुलिस के दुर्व्यवहार की भी शिकायत की
बालोद। शहर के जवाहर पारा में 12 दिन पहले एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला था। जो स्वस्थ भी हो चुका है। उसे जिला कोविड-19 अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है तो वहीं कंटेनमेंट जोन में फंसे हुए 27 परिवार के लोग बेरोजगारी से परेशान हो गए हैं। इस इलाके के रहने वाले अधिकतर लोग रोज खाने कमाने वाले हैं। दैनिक मजदूरी करते हैं तब उनका घर चलता है लेकिन कंटेनमेंट जोन घोषित होने के कारण वहां के लोग कहीं काम करने के लिए जा नहीं पा रहे हैं। शासन प्रशासन से भी उन्हें अपेक्षित मदद नहीं मिल रही है। ऐसे में लोग बहुत परेशान हैं। सोमवार को उनकी समस्या जानने के लिए पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा, नगर पालिका उपाध्यक्ष अनिल यादव सहित पूर्व जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष व प्रदेश प्रतिनिधि कृष्णा दुबे व अन्य कांग्रेसी पहुंचे। जहां लोगों ने कहा कि हमें खाने को नहीं कमाने को दीजिए ताकि हम अपनी आजीविका सुधार सकें।मरीज भी ठीक हो चुका है। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है। इसलिए कंटेनमेंट जोन को समाप्त कर रास्ता खोल दिया जाना चाहिए या फिर एरिया कम करना चाहिए ताकि बाकी लोग परेशान ना हो तो वहीं लोगों ने कांग्रेसियों के सामने ड्यूटी में लगे पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने की शिकायत की।
पार्षद ने कहा कि राजस्व विभाग को भी नागरिकों ने कंटेनमेंट जोन को जल्द खोलने की मांग की है। लेकिन प्रशासन का नियम है कि कम से कम 14 दिन तक कंटेनमेंट जोन बना रहता है। अभी 11 से 12 दिन हो गए हैं। इसलिए नागरिकों को दो-तीन दिन का और इंतजार करना पड़ेगा। पालिका की ओर से हर संभव मदद वार्ड वासियों तक पहुंचाई जा रही है। पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा ने भी उन्हें आश्वस्त किया कि शासन प्रशासन का भी सहयोग करिए और इस संकट की घड़ी से उबरने में सबका साथ जरूरी है। उनकी परेशानी को उन्होंने प्रशासन के जरिए हल निकालने की बात कही।