जिले के गुण्डरदेही ब्लॉक मुख्यालय अंतर्गत स्थित सरेखा मार्ग मे जर्जर पुल को बनाने का कार्य कई महीनों से निर्माणाधीन हालात में है वहीं वैकल्पिक सड़क में दलदल होने के कारण राहगीरों को लगभग पांच किलोमीटर की लम्बी दूरी तय करना पड़ रहा है।
दैनिक बालोद न्यूज/चंदन पटेल/गुंडरदेही। विकासखण्ड के ग्राम भाटागाँव से सरेखा पहुँच मार्ग मे पुल निर्माण का कार्य पंचायत के माध्यम से किया जा रहा है जिसके निर्माण लिए लगभग 10लाख रूपये की स्वीकृति प्राप्त हुई थी जिसके बाद से निर्माण कार्य प्रारम्भ किया गया और आवागमन को ध्यान में रखकर वैकल्पिक सड़क की व्यवस्था मिट्टी की सड़क बनाकर की गईं लेकिन वैकल्पिक मिट्टी की सड़क पहली बारिश में ही दलदल में तब्दील हो गया। जिसके कारण ग्राम सरेखा के ग्रामीण राहगीरों को लगभग पांच किलोमीटर अतरिक्त लम्बी दूरी का सफर भाटागांव जाने के लिए तय करना पड़ रहा है।
पंचायत की कार्य शैली पर उठ रहें सवाल
पुल निर्माण कार्य में पंचायत निर्माण एजेंसी है बावजूद इसके पंचायत द्वारा राहगीरों के आवागम पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिसके कारण राहगीरों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और पंचायत ठेकेदार पर आश्रित नजर आ रहा है जिसके कारण लोगों को मुलभुत सुविधाओं के लिए वँचित होना पड़ रहा है।
राहगीर टिकेश्वर साहू ने बताया कि
सरेखा आने – जाने के लिए भाटागांव मार्ग से होकर जाना मुमकिन नहीं है क्योंकि पुल निर्माण के दरमियान बना वैकल्पिक सड़क में काली मिट्टी डाला गया था जो बारिश के कारण दलदल में तब्दील हो गया है जिसके कारण दो पहिया वाहन को जैसे तैसे पार कराया जा सकता है लेकिन चार पहिया वाहन वैकल्पिक सड़क के माध्यम से गुजरना मुश्किल है।
घनश्याम सिन्हा एसडीओ आरईएस विभाग ने कहा की
इंजिनियर को बोलकर वैकल्पिक सड़क में मुरुम डलाया जाएगा जिससे आवागमन बाधित ना हो सके।