अपने सपनों को साकार करने बालोद जिले से निकलकर जोंटी रोड्स क्रिकेटर से मुलाकात करने के चाह में सोनू सूद से मदद मांगने पहुंचे मुम्बई

कोमल यादव बालोद जिले के विकासखंड गुंडरदेही के ग्राम पंचायत देवगहन का हैं

दैनिक बालोद न्यूज।इंसान अपने ख्वाबों और ख्वाहिशों को लेकर न जाने क्या क्या करते हैं तों किसी सपने पुरा होता है तो किसी का सही मार्गदर्शन न मिलने से चकनाचूर हो जाता है हम में से अनेकों क्रिकेट खेलते होंगे और उसमें से बहुत कम ही ऊंचे मुकाम तक पहुंच पाते हैं ऐसे ही इंडिया टीम में खेलने का सपनों को लेकर छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के विकासखंड गुंडरदेही के ग्राम पंचायत देवगहन का एक युवा कोमल यादव जो कि गरीबी परिस्थितियों से घिरे होने व मां बाप का दोनों का छाया न मिलने के कारण अपने दादी के साथ रहकर बकरी पालन करते हुए जीवनयापन करता है और इसी जीवनयापन के साथ एक सपना पाले हुए हैं वो है क्रिकेट खेलने के प्रति दिवानगी है ।कोमल यादव के अंदर क्रिकेट खेलने का अद्भूत कला है इसका प्रदर्शन देखकर दांतो तले उंगली दबाने का मन करेगा एक बल्लेबाज जिनके बल्ले से चौंके छक्के बरसता है तों वहीं बेहतरीन फिल्डर है जो बिल्कुल जोंटी रोड्स की तरह लपक लपक कर बाल को पकड़ने में माहिर हैं और आपको बतादो जोंटी रोड्स को ही अपना आदर्श मानते हैं और उनसे मिलने के सपने लगाएं हुए हैं। इनके क्रिकेट के दिवानगी व सपनों को साकार करने में सहयोग प्रदान करने वाले शख्स कोई नाम के मोहताज नहीं है वो शख्स है लोकेंद्र साहू जो कि एक पूर्व सरपंच रहें ग्राम पंचायत देवगहन के रहे है।

लोकेंद्र साहू जोकि क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर का प्रति दिवानगी में अपने गांव में मूर्ति स्थापित किया है

जी हां आपने बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं लोकेन्द्र साहू ने अपने गांव में महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का मूर्ति स्थापित किया है और उस मैदान का नाम सचिन तेंदुलकर मैदान रखा है सचिन तेंदुलकर से मिलने के लिए अनेकों बार पत्राचार किया अनेकों बार मिलने भी मुम्बई अपने परिवार के साथ गया अपने एक बच्ची का जन्मोत्सव भी नहीं मनाया जब भी सचिन तेंदुलकर उनके गांव आयेंगे तभी मनाने का प्रण लिया हुआ है लेकिन कभी भी सचिन तेंदुलकर के तरफ से कोई रिस्पांस नहीं मिला और न ही सचिन इनसे मिले कभी अपने सपनों को लेकर लोकेन्द्र साहू भी क्रिकेट का ट्रेनिंग लेने मुम्बई गया था लेकिन पारिवारिक समस्याओ के कारण सपने पूरा नहीं हुआ और घर वापस हो गया अब इन्हीं सपनों को पुरा करने के लिए कोमल यादव को अपने तन मन धन लगाकर सहयोग कर रहा है ।

तीन दिनों से सोनू सूद से मिलने के लिए उनके घर के बाहर इंतजार कर रहे हैं कोमल यादव

कोमल यादव अभी मुम्बई में क्रिकेट का प्रशिक्षण एक साल से ले रहे हैं इनका पुरा खर्च लोकेंद्र साहू उठा रहे हैं। इसी बीच बालिवुड स्टार व आम लोगों के मसीहा सोनू सूद से मिलने उनके अपार्टमेंट में तीन दिन से इंतजार कर रहे हैं ताकि सोनू सूद के माध्यम से क्रिकेटर जोंटी रोड्स से मुलाकात हो सकें अभी जोंटी रोड्स भारत में हों रहें आईपीएल में कोच के रूप में आये हुए हैं और मुम्बई में रूके हुए हैं लेकिन उनसे मुलाकात कर पाना मुश्किल है लेकिन सोनू सूद से मुलाकात कर निवेदन करके जोंटी रोड्स से मिलना चाह रहे हैं लेकिन अभी तक सोनू सूद से भी मुलाकात नहीं हो पाया है अब देखना ये है कि इस गरीब युवा प्लेयर की सपनों को उड़ान मिल पायेगा कि नहीं।

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