अवैध उत्खनन व वनभूमि खोदने में लगाई काली सूची वाली गाड़ी

दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/डोंगरगांव विकासखण्ड के ग्राम गुगेरी नवागांव में आरक्षित वनभूमि (बीट क्रमांक 539) से पत्थरों की अवैध खोई मामले की जांच में कई रहस्य खुल रहे हैं। वन विभाग ने जिन तीन वाहनों को अवैध परिवहन के मामले में जब्त किया है, उनमें से एक वाहन परिवहन विभाग की काली सूची में शामिल है। उसका टैक्स ही कई वर्षों से जमा नहीं है। बाकी दो में से एक ट्रक का बीमा डेढ़ साल पहले एक्सपायरी हो चुका है।

डोंगरगांव ब्लाक के गुगेरी नवागांव के गिरगांव के बीट क्रमांक 539 से आरक्षित वनभूमि से वन विभाग की टीम ने तीन वाहनों को जब्त किया था। परिवहन विभाग की वेबसाइट के अनुसार उसमें से एक सीजी 04जेसी 8308 का रोड टैक्स और फिटनेस पिछले साल 31 जनवरी को ही समाप्त हो चुका है। परिवहन विभाग ने इसे काली सूची में डाल रखा है। इसके बाद भी इस वाहन को 18 महीने से न केवल बेधड़क दौड़ाया जा रहा था, बल्कि कई दिनों से वनभूमि से पत्थर की अवैध खोदाई में लगा रखा गया था।

दूसरे के भी ब्लैक लिस्टेटड की तैयारी

बताया गया कि टैक्स व फिटनेस जीवित नहीं होने पर उसे छह माह के अंदर ब्लैस लिस्टेड कर दिया जाता है। वनभूमि की अवैध खोई मामले में जब्त दूसरे वाहन सीजी 08 एजे 7282 का भी टैक्स व फिटनेस फरवरी 2021 में समाप्त हो चुका है। परिवहन विभाग इसे सात अगस्त के बाद काली सूची में डालने की प्रक्रिया शुरू करने वाला है। उसके कुछ दिन पहले ही यह वन कानून के उल्लंघन के मामले में पकड़ में आ गया। हालांकि परिवहन विभाग की वेबसाइट में तीसरा वाहन सीजी 07 सीए 0980 ओके बता रहा है।

जांच के बाद किए जाएंगे राजसात

जब्त तीनों वाहन अभी फारेस्ट के कब्जे में ही है। आरक्षित वनभूमि से अवैध उत्खनन तो दूर वहां प्रवेश करना ही गंभीर अपराध माना जाता है। विभाग ने वन संरक्षण अधिनियम 1927 की धारा 52 के तहत जब्त वाहनों को राजसात करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि इसके पहले जांच की लंबी प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी। एसडीओ से जांच रिपोर्ट मिलने के बाद डीएफओ उसे पीसीएफ को भेजेंगे। राजसात की कार्रवाई पीसीएफ स्तर पर ही की जा सकेगी।

यशवंत यादव, अचिरिक्त परिवहन अधिकारी ने कहा कि

काली सूची में शामिल गाड़ियां अगर सड़क पर दौड़ रही हैं, तो मालिकों के खिलाफ जरूर अतिरिक्त कार्रवाई की जाएगी। फ्लाइंग स्क्वाड को ऐसी गाड़ियों की सूची भी दी जाएगी। वैसे अभी मुझे ज्वाइन किये दो ही दिन हुए हैं। इस कारण ज्यादा जानकारी भी नहीं है।

एन. गुरुनाथन, डीएफओ राजनांदगांव ने कहा कि

ब्लैक लिस्टेड वाहनों की जानकारी नहीं है। हम वन संबंधी अपराध का प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच कर रहे हैं। एसडीओ जांच कर रहे हैं। उसके बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।