बालोद जिले के ग्रामीण चिकित्सा सहायक (RMA) डे प्रकाश जोशी के ऊपर लगा छेड़छाड़ का आरोप गर्भवती महिलाओं ने लिखित में किया था कलेक्टर से शिकायत जांच में पहुंचे थे तहसीलदार, सीईओं ,डाक्टर की टीम

दैनिक बालोद न्यूज/कुंजलाल साहू/गुंडरदेही।जिलाधीश के पत्र अनुसार अर्जुंदा तहसीलदार ममता टावरी द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र माहुद बी में जांच के लिए अर्जुंदा तहसीलदार ममता टावरी, जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी दीप्ति मंडावी, अर्जुंदा समुदायीक केंद्र डॉ रश्मि खान एवं गुंडरदेही बीपीएम प्रवीण नायक जांच पर पहुंचे थे।


जिलाधीश को शिकायत मिला जिस पर ग्रामीण चिकित्सा सहायक डे प्रकाश जोशी के खिलाफ ग्राम वासियों के साथ साथ विभागीय कर्मचारी एवं रोगी महिलाएं के साथ-साथ गर्भवती महिलाओं के द्वारा शिकायत किया गया था जिसमें समस्त फील्ड स्टाफ के द्वारा खंड चिकित्सा अधिकारी को 6 अप्रैल को शिकायत पत्र हस्ताक्षरित सौंपा गया था वहीं दूसरी शिकायत में मितानिंनो के अलावा पीड़ित महिलाओं के द्वारा शिकायत जिलाधीश को 4 मई को की गई थी वहीं तीसरी शिकायत कार्यकारिणी जिला अध्यक्ष स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ जिला शाखा बालोद के द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला बालोद को शिकायती पत्र 16 जून को प्रेषित किया गया था जिसे संज्ञान में लेते हुए जिलाधीश द्वारा अर्जुंदा तहसीलदार ममता टावरी को आदेशित करते हुए पत्र के माध्यम से टीम बनाकर जांच के आदेश दिए
समस्त फील्ड स्टाफ के द्वारा पहले आवेदन 6 अप्रैल को प्रेषित किया गया जिसमें ग्रामीण चिकित्सा सहायक डे प्रकाश जोशी के द्वारा अभद्र व्यवहार एवं मानसिक तौर पर अनावश्यक परेशान किया जाना वह गर्भवती महिलाओं को जांच हेतु पीएचसी भेजने पर अनुचित व्यवहार कर अनावश्यक परेशान किए जाने के कारण समस्त स्टाफ डे प्रकाश जोशी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र माहुद बी से हटाने की मांग करते हुए उनके साथ कार्य नहीं करना चाहते इस प्रकार का आवेदन खंड चिकित्सा अधिकारी को दिया गया था एवं तीन बार मौखिक रूप से अवगत कराया गया था जिस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई वही दूसरे आवेदन में मितानिनो के अलावा पीड़ित महिला के द्वारा लिखित आवेदन जिलाधीश को सौंपा गया उस आवेदन में जांच कराने आने वाली गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर जोशी द्वारा रूम के अंदर जांच करने के बहाने अभद्र शब्द का प्रयोग एवं छेड़छाड़ करने की घटना का जिक्र किया है जिसमें मानसिक एवं शारीरिक रूप से परेशान करना इंगित किया गया है।
वहीं तीसरे आवेदन में कार्यकारिणी जिला अध्यक्ष स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ जिला शाखा बालोद के द्वारा प्रभारी ग्रामीण चिकित्सा सहायक प्रकाश जोशी को पीएससी माहुद से हटाने का आवेदन दिया गया जिसमें अन्य शिकायत के अलावा महिला कर्मचारी एवं गर्भवती महिलाओं से अनुचित व्यवहार किया जाना उप स्वास्थ्य केंद्रों में वितरण किए जाने वाले उपकरण को कुछ उप स्वास्थ्य केंद्र में वितरित नहीं किया जाना कुछ बोलने पर शिकायत करना उपरोक्त कारणों के कारण महोदय फील्ड कर्मचारियों ने उनके साथ कार्य नहीं करना चाहते इस संबंध में गुंडरदेही बीएमओ को सेक्टर के सभी कर्मचारियों के द्वारा शिकायत पत्र दिया गया था परंतु कोई कार्यवाही नहीं होने पर संयोजक कर्मचारी संघ बालोद ने मांग की है डॉक्टर प्रकाश जोशी को उनके मूल पद स्थापना स्थान पर भेजने की मांग की थी।


लगातार ग्रामीण चिकित्सा सहायक डे प्रकाश जोशी के खिलाफ शिकायत किया गया जिसमें खासकर महिलाओं को प्रताड़ित करने का आरोप सर्वोपरि है प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम साकरी मूल पद स्थापना स्थान पर से डे प्रकाश जोशी को अटैच करते हुए माहूद भेजा गया था तत्कालीन बीएमओ गुंडरदेही डॉक्टर सी वी प्रसाद के समय पर ग्राम साकरी में भी डे प्रकाश जोशी के ऊपर ग्रामीणों ने आरोप लगाया था जिसकी वजह से उन्हें माहुद में अटैच किया गया था अर्जुंदा तहसीलदार ममता टावरी गुंडरदेही सीईओ जनपद पंचायत गुंडरदेही दीप्ति मंडावी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अर्जुंदा के डॉक्टर रश्मि खान एवं गुंडरदेही बीपीएम प्रवीण नायक जांच पर पहुंचे और सरपंच ग्राम पंचायत हल्दी माहुद बी भुसरेंगा मितानिन एवं पंच को जांच के समय उपस्थित रहकर जांच में मदद करने के लिए आदेशित किया गया था जांच टीम के द्वारा पीड़ितों से पूछताछ एवं जांच 4 से 5 घंटे चले अब अंतिम रिपोर्ट बनाकर जिलाधीश को सौंपा गया है देखना यहां होगा कि जांच रिपोर्ट के बाद लंबे समय से शिकायत के बाद क्या कार्रवाई होगी।

कविता गेंद्रे सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा कि

ग्रामीण चिकित्सा सहायक डे प्रकाश जोशी के द्वारा महिलाओं के साथ छेड़छाड़ का आरोप लिखित रूप में कलेक्टर से गर्भवती माताओं व महिलाएं के द्वारा किया गया है जिसकी जानकारी मुझे मिलीं है मैं चाहती जांच में अगर सही रिपोर्ट पाया जाता है तो जिम्मेदार पद पर बैठे ग्रामीण चिकित्सा अधिकारी डे प्रकाश जोशी के ऊपर सक्त से सक्त कार्रवाई हो ताकि अगले बार इस तरह के हरकत करने वाले के मन में ख्याल भी न आए।