“जिंदगी में पढ़ाई ही सब कुछ नही हैं, लेकिन पढ़ना ही सब कुछ हैं”

“विद्यार्थियों के लिए शिक्षादूत के रूप में पहचान बना चुके है विवेक धुर्वे”

बालोद। सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा संचालित पढ़ाई तुंहर द्वार पोर्टल में हमारे नायक के रूप में इस बार जिले के ही एक शिक्षक विवेक ध्रुवे का चयन हुआ है। उनकी कहानी को जिले के ब्लॉग लेखक श्रवण कुमार यादव, सहायक शिक्षक शासकीय प्राथमिक शाला कोसा, विकासखंड गुंडरदेही ने लिखी है। शासन ने विवेक के प्रेरक पहल को अन्य शिक्षकों तक पहुंचाने के लिए उनकी स्टोरी को पोर्टल में स्थान दिया है ताकि दूसरे शिक्षक भी प्रेरित हो और वह भी उनका अनुसरण करें।

ये है विवेक धुर्वे की नायक के रूप में कहानी

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ज/सांकरा, जिला बालोद में व्याख्याता (वाणिज्य) के पद पर पदस्थ विवेक धुर्वे छत्तीसगढ़ शासन द्वारा cgschool.in पोर्टल के माध्यम से संचालित “पढ़ई तुंहर दुआर” कार्यक्रम में सक्रिय रूप से सहभागिता दे रहे है। उनके द्वारा सभी विद्यार्थियों के शंका को दूर करने, पोर्टल हेतु चयनित मटेरियल अप्रूवर एवं हमारे नायक हेतु ब्लॉग लेखक के रूप में भी अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। एक चर्चा के दौरान विवेक ध्रुवे ने बताया कि वर्तमान में जब देश में कोरोना वायरस का प्रकोप आया और बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर विद्यालय बंद कर दिया गया, तो इस विषम परिस्थिति में अपने आपको सामाजिक सरोकार के कार्य से जोड़कर अपने विद्यालय में 5 अप्रैल से ही “व्हाट्सअप ग्रुप” बनाकर कक्षा बारहवीं के विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई की शुरूआत कर चुके थे। उनके द्वारा छत्तीसगढ़ शासन की महत्वकांक्षी योजना “पढ़ई तुंहर दुआर“ के सफल क्रियान्वयन में सराहनीय योगदान दिया जा रहा है। इसके लिए आप स्वयं बच्चों के घर-घर जाकर स्कूल शिक्षा विभाग की अधिकृत पोर्टल cgschool.in  के बारे में जानकारी देते हुए बच्चों को इसमें जोड़ा गया। शुरूआती दिनों में “पढ़ई तुंहर दुआर“ के क्रियान्वयन में कुछ दिक्कतें आ रही थी, क्योंकि विद्यालय के बहुत से बच्चों के पास स्मार्टफ़ोन नहीं होने के कारण वे ऑनलाईन पढ़ाई नहीं कर पा रहे थे, लेकिन लगातार प्रयास के फलस्वरूप धीरे-धीरे सभी विद्यार्थी अपने अभिभावकों के मोबाईल से जुड़ना शुरू कर विभिन्न प्लेटफॉर्म पर आयोजित ऑनलाइन पढ़ाई में सहभागिता देने लगे जो आज तक निरंतर जारी हैं।
विवेक धुर्वे द्वारा विभिन्न जिम्मदारियों का निःस्वार्थ भाव से निवर्हन करते हुए अनेकों ऑनलाइन मटेरियल को अप्रूवर के रूप में स्वीकृत/अस्वीकृत किया गया हैं, साथ ही साथ उनके द्वारा स्वयं भी वीडियो बनाकर भी ऑनलाइन पोर्टल में अपलोड किए जा रहे हैं। इसके अलावा आप अन्य साथी शिक्षकों को “पढ़ई तुंहर दुआर” के प्रति जागरूक कर रहे हैं। जिला स्तरीय ऑनलाइन पढ़ाई में शुरूआत से ही सहभागिता दिया जा रहा हैं। बालोद जिले में विषय विशेषज्ञ के रूप में भी कार्य करते हुए वाणिज्य विषय के मास्टर ट्रेनर के रूप में भी कार्यरत हैं। इसके अतिरिक्त बालोद जिले में मेधावी विद्यार्थियों के लिए आवासीय कोचिंग की शुरुआत की गई थी, जिसमें विवेक धुर्वे के द्वारा भी अपनी सहभागिता दिया गया। 29 अप्रैल 2020 को तत्कालीन बालोद कलेक्टर रानू साहू के समक्ष वेबेक्स ऐप के माध्यम से “ऑनलाइन पढ़ाई की डेमो प्रदर्शन” कर पूरी प्रक्रिया से अवगत कराया गया।
विवेक धुर्वे द्वारा विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों में निरंतर सहभागिता देते रहते हैं। वे निर्धन विद्यार्थियों को आर्थिक मदद भी करते हैं। आपके द्वारा सरकारी विद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों के लिए जिला स्तर पर निःशुल्क कक्षा की शुरूआत भी किया गया हैं। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण, स्वयं के लैपटॉप से तकनीकी शिक्षा देने के साथ साथ अभिभावकों से जुड़ने के लिए विभिन्न अभिनव पहल करते रहते हैं।