स्वयं के शुद्ध विचार ही हमारे भाग्य का निर्णय करते है, ओर हम लोग भाग्य के लिए लगे रहते हैं

दैनिक बालोद न्यूज़/बालोद।सभी को एक मंच से जोड़ने वाला, छोटे-छोटे बच्चों की किलकारियों से आनंदित करने वाला माताओं बहनों के

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बाबा संत राम बालक दास महात्यागी राज्यपाल अनुसईया उईके से सौजन्य मुलाकात किये ,साथ ही विभिन्न विषयों पर चर्चा किये

बालोद।भारतवर्ष के संस्कृति एवं गोवंश के संवर्धन हेतु समर्पित छत्तीसगढ़ का प्रसिद्ध तीर्थ श्री जामडी पाटेश्वर धाम जहां पर 25

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भगवान श्री कृष्ण व बहन सुभद्रा के स्नेह से जुड़े हुए भाई दूज पर्व – संत राम बालक दास

बालोद।कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया को भाई-बहन के स्नेह के पर्व भैयादूज को मनाया जाता है जिसके बारे

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गोवर्धन पूजा के दिन छप्पन प्रकार के भोग भगवान को अर्पण किए जाते हैं- बाबाजी

बालोद।15 नवम्बर गोवर्धन पर्व प्रतिदिन की भांति पाटेश्वर धाम के संत राम बालक दास के द्वारा सीता रसोई वाट्सएप ग्रुप

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हमारे जीवन में सत्संग कितना आवश्यक होता है- बाबा रामबालक दास

बालोद। मनुष्य जीवन में, सत्संग अत्यधिक आवश्यक होता है, सत्संग ही है जो हमारे आत्म स्वरूप का शोधन करता है,

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नवरात्र का छठा दिन जिसमें माता कात्यायनी को विशेष रूप से पूजा जाता है- बाबा राम बालक दास

बालोद। ऑनलाइन सत्संग में, नवरात्र पर्व पर माता के प्रति दिन के रूपों का सुंदर वर्णन पूजन विधि का वर्णन

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नित्य रामायण, गीता आदि के अध्ययन से मन में आने वाले अनेक प्रश्नों का जवाब स्वयं के हृदय से ही मिल जाता है -बाबा रामबालक दास

कीर्तन करने वालों का माया रूपी नर्तकी बिगाड़ नहीं कर सकती बालोद। जो भगवान के नाम का सहारा लेता है

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दशहरे के दिन नीलकंठ को देखना क्यो शुभ माना जाता है ?इस प्रश्न पर बाबा बालक दास ने बताया

बालोद। प्रतिदिन की भांति संत श्री राम बालक दास जी के सानिध्य में ऑनलाइन सत्संग का आयोजन सीता रसोई संचालन

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नवरात्रि के द्वितीय दिन पर माता ब्रह्मचारिणी की पूजा अर्चना आराधना की जाती है बाबा बालक दास ने इस पर प्रकाश डालते हुए बताया

बालोद।नवरात्रि के पावन पर्व पर, ऑनलाइन सत्संग में माता रानी के दिन प्रतिदिन होने वाली पूजा पाठ की परिचर्चा सीता

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विश्वकर्मा वास्तुकला के आचार्य थे – रामबालकदास महात्यागी

बालोद।सृष्टि के प्रारंभ में धरती का संतुलन बिगड़ते देख भगवान विष्णु ने संकल्प द्वारा विश्वकर्मा को उत्पन्न किया। विश्वकर्मा ने

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