राष्ट्रीय नृत्य प्रतियोगिता में एनुका को मिला तीसरा स्थान, कैंसर से जंग जितने वाली इस बेटी की कहानी भी है रोचक पढ़िए ये खबर

दीपक यादव, बालोद। महामारी के इस दौर में नृत्य धाम कला समिति द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभा को निखारने के लिए नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की गई। पहले मंच पर कार्यक्रम होना था लेकिन लॉकडाउन होने के कारण कार्यक्रम स्थगित हुआ और पहली बार ऑनलाइन तरीके से प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें देशभर से विभिन्न कलाकारों ने अपनी वीडियो बनाकर भेजी। इसी के जरिए फिर उनका चयन हुआ।आयोजित ऑनलाइन विभिन्न प्रतियोगिताओं में एनुका शार्वां ने शास्त्रीय नृत्य ओड़िसी ओपन केटेगरी में भाग लेकर तृतीय स्थान प्राप्त किया।


सुश्री शार्वां शा.कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डौंडीलोहारा में भौतिक शास्त्र की व्याख्याता हैं। कला के प्रति हमेशा इनका आकर्षण रहा है। विपदा की इस घड़ी में प्रतिदिन का इनका अभ्यास,यूट्यूब पर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के लिए जागरूकता अभियान , जीवन के प्रति सकारात्मक रवैया

कोरोना महामारी के लाकडाउन में भी घर में अपने हाथों से मास्क बनाकर जरूरत मंद लोगो को निशुल्क वितरण करती है।

कैंसर से जीती है जंग, अभी भी कर रही संघर्ष


सुश्री शार्वां सन् 2017 मे कैंसर जैसी घातक और जानलेवा बीमारी से ग्रसित हो गई थी। इस दौरान सर्जरी कीमो थेरेपी और रेडिएशन जिसको सिंकाई भी कहते हैं, फरवरी 2017 से दिसंबर 2017 तक इलाज हुआ। दुखद पहलू ये था कि इनका कैंसर रिपीट हो सकता है , इन्हे 2018 में ऑब्जर्वेशन में रखा गया था । बावजूद इसके इन्होंने हिम्मत नहीं हारी और 2019 से इन्होंने परफॉर्म करना शुरू किया।

इन मंचो पर दिखा चुकी प्रतिभा


मई 2019 में गुरु सुशांत महाराणा के साथ दिल्ली में पहला सेमी क्लासिकल परफॉर्मेंस नृत्यमंजरी के मंच पर किया। फिर अक्टूबर 2019 देश राग में तृतीय स्थान, फ़िर नवंबर 2019 में उड़ीसा में सीसीआरटी के प्रशिक्षण में तीसरा परफॉर्मेंस, फिर दिसंबर 2019 में कोलकाता में ऑल इंडिया डांस में परफॉर्मेंस दुसरा स्थान, उसके बाद 2020 में उनका राष्ट्रीय स्तर पर आनलाइन प्रस्तुति नृत्य धाम के मंच पर हुआ। जिसमें इनको तीसरा स्थान मिला। सुश्री शार्वां एक जिम्मेदार शिक्षिका के साथ साथ एक जिम्मेदार नागरिक का भी फर्ज निभा रही हैं। हमेशा जरूरत मंद लोगों की सेवा और सहयोग के लिए तत्पर रहतीं हैं।