बिना संकेतक के सड़क पर गलत ढंग से खड़ा था ट्रक, दो बाइक सवार टकराए, एक की मौत, दूसरा गंभीर नेशनल हाईवे पुरूर के पास हुआ हादसा, बेटा नही उसके मौत की खबर आई पिता के पास

सोरिद का रहने वाला था कपड़ा व्यवसाई, चारामा में चलाता था दुकान, रोज रात को 8 बजे आता था घर, 9 बजे तक भी ना आने पर पिता ने लगाया दोस्त को फोन मिली मौत की खबर

बालोद। धमतरी चारामा नेशनल हाईवे पर एक सड़क हादसे में देवांगन परिवार का चिराग बुझ गया। सोरिद धमतरी के रहने वाले 27 वर्षीय कपड़ा का व्यवसाय करने वाले कुलेश्वर देवांगन की मौत बीती रात को सड़क हादसे में गुरुर ब्लॉक के ग्राम पुरूर के पास हो गई।

वह चारामा में श्रद्धा वस्त्रालय के नाम से कपड़ा दुकान चलाता था। जहां से दुकान बंद कर वे अपने एक साथी के साथ घर लौट रहे थे। इस बीच पुरूर के पास बिना संकेतक के अंधेरे में सड़क पर खड़े ट्रक से टकरा गए। गंभीर चोट लगने से घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई तो वहीं उनका साथी भी घायल हो गया। रोज रात को 8:00, 8:15 बजे तक कुलेश्वर घर आ जाता था लेकिन 9:00 बजे तक भी वह घर नहीं पहुंचा था। इस बात की खबर मिलने व बेटे का नम्बर नही लगने पर जब पिता कुलेश देवांगन को घबराहट होने लगी तो उन्होंने अपने बेटे के एक दोस्त को फोन लगाया तो पता चला कि उनके बेटे का सड़क दुर्घटना में मौत हो गई है। यह सुनकर उनके होश उड़ गए और तत्काल गुरुर अस्पताल पहुंचे। जहां बेटे की लाश पड़ी थी।

ट्रक चालक की लापरवाही से हुई घटना


पुलिस के मुताबिक यह घटना ट्रक चालक की लापरवाही के चलते हुई है। जो ट्रक को सड़क पर ही बिना किसी संकेतक के छोड़ कर चला गया था। बाइक चालक को रफ्तार में सामने खड़ी ट्रक का एक हिस्सा नहीं दिखा और सीधे पीछे से जाकर टकरा गए। ट्रक क्रमांक सीजी 17 एच 31 11 के चालक के खिलाफ पुलिस ने धारा 283, 304ए, 337 का केस दर्ज किया है। पिता कुलेश देवांगन ने बताया कि मृतक कुलेश्वर देवांगन घर का बड़ा बेटा था। कोरोना के चलते लॉकडाउन होने से वह मोटरसाइकिल से चारामा दुकान से घर तक आना-जाना करता था। इस हादसे में उनके बेटे की मौत हो गई तो उनके बेटे का साथी संजय कुमार साहू गंभीर रूप से घायल हैं। जिन्हें धमतरी के बाद रायपुर अस्पताल में रेफर किया गया है। मृतक की पत्नी का नाम माधुरी है। तो 2 साल की एक बच्ची है। जिनके सिर से अब पिता का साया उठ गया है।