स्कूल चले हम,,,,क्या यह नारा इस बार गूंज पाएगा?

स्कूल खोलने से पहले किया जाएगा सैनिटाइज, 15 जून तक तैयारी करने का फरमान जारी
डीईओ ने सभी संस्था प्रमुखों को किया आदेशित

बालोद। इस बार छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश में “स्कूल चले हम,,,,,,” का नारा गूंजेगा या नहीं, यह कहना जरा मुश्किल है। क्योंकि शासन-प्रशासन अधिकतर जगहों पर इन्हीं स्कूल भवनों को कोरोना प्रभावित मजदूरों व संदिग्धों को रखने के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर बना चुकी है। नया सत्र 16 जून से शुरू हो पाएगा या नहीं यह सवाल सबके मन में है। जिले सहित पूरे छत्तीसगढ़ में स्कूल कब से खुलेंगे इसको लेकर अब तक संशय बरकरार है। लेकिन प्रशासनिक स्तर पर इसकी तैयारी शुरू हो गई है। बालोद जिले में भी स्कूलों को खोलने से पहले सामान्य संचालन के लिए तैयारी करने डीईओ ने सभी संस्था को आदेश जारी कर दिया है। जारी आदेश के अनुसार डीईओ ने सभी संस्था प्रमुखों को प्राइमरी, मिडिल, हाई व हायर सेकेंडरी स्कूलों को 15 जून तक के पहले तक तैयारी कर लेने कहा है। सभी स्कूलों को सैनिटाइज किया जाएगा ताकि संक्रमण का कहीं कोई खतरा ना रहे। सभी संस्था प्रमुखों से डीईओ ने 15 जून तक प्रतिवेदन भी मांगा है कि उन्होंने तैयारी पूरी कर ली है।
मास्क लगाना होगा, दूरी भी है जरूरी
जिन स्कूलों को क्वॉरेंटाइन सेंटर नहीं बनाया गया है वहां 15 जून तक पूरी तैयारी की जाएगी तो वहीं जिन स्कूलों को क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है वहां सेंटर खाली होने की स्थिति में तत्काल सैनिटाइजेशन का काम किया जाएगा। देश भर में 9 सप्ताह से लॉकडाउन के बाद अनलॉक की स्थिति में स्कूल खोलने पर विद्यालयों के सामान्य संचालन हेतु शासन द्वारा दिए गए सभी गाइडलाइन के अनुसार मास्क लगाना व सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन करना जरूरी होगा।

जुलाई से शुरू हो सकता है शिक्षा सत्र- डीईओ

डीईओ आरएल ठाकुर द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि कोविड-19 की स्थिति में सत्र 2020- 21 में शैक्षणिक संस्थान स्कूल जुलाई से आरंभ होना संभावित है। इसके साथ ही समग्र शिक्षा के वार्षिक अनुदान, इको क्लब, लघु मरम्मत हेतु प्राप्त राशि व विद्यालय के अन्य संसाधन द्वारा उपलब्ध राशि से स्कूलों में तैयारी की जाएगी। उक्त फंड का इस्तेमाल करके स्कूलों को पढ़ाई के लायक तैयार किया जाएगा।

क्या-क्या काम करवाने होंगे संस्था प्रमुखों को
आदेश के मुताबिक संपूर्ण शाला भवन जैसे शाला प्रांगण, पुस्तकालय, शिक्षण कक्ष, प्रयोगशाला कक्ष, शौचालय व अन्य कक्षों को साफ सुथरा करवाया जाएगा। सभी को सैनिटाइज किया जाएगा। स्कूल की छत में सीपेज समस्या का निवारण कर छत की सफाई करवाई जाएगी। स्कूलों के कक्षों में उपलब्ध टूटे हुए फर्नीचर, कबाड़ को वहां से हटवा कर साफ किया जाएगा। बारिश के पानी के उपयोग किए जाने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग व सोंखता पिट बनवाया जाएगा। स्कूलों का रंग रोगन व आवश्यक मरम्मत भी करवाई जाएगी।