बड़ी खबर- बालोद जिले में एक ही दिन में कोरोना से 2 मौत, एक ने की सेहत को लेकर लापरवाही तो दूसरे ने प्रशासन से भी जानकारी छिपाई, पढ़िए पूरा मामला, अंतिम यात्रा रुकवा कर दल्ली में हुआ शव का टेस्ट, निकला कोरोना पॉजिटिव, शहर वासियों में दहशत
बालोद/ दल्ली राजहरा। बालोद जिले में आज रविवार को कोरोना से दो लोगों की मौत हो गई। एक मौत बालोद ब्लाक के ग्राम मेड़की से 30 साल के व्यक्ति की हुई है। तो दूसरी मौत दल्ली राजहरा के वार्ड 26 से 48 वर्षीय एक पिता की हुई है। दोनों ही मामलों में लोगों में कोरोना के प्रति जागरूकता की कमी व कुछ हद तक लापरवाही भी देखने को मिली है। मेड़की में जिस युवक को कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आया है उसकी तबीयत 4 से 5 दिन से खराब थी। लेकिन वह नजरअंदाज कर रहा था। टेस्ट कराने भी नहीं जा रहा था। आज जब उनके एक डॉक्टर रिश्तेदार ने कहा कि तबीयत ज्यादा खराब है टेस्ट जरूर करवाओ। युवक को सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। जब स्थिति बिगड़ने लगी तो परिजनों ने उन्हें जिला कोविड अस्पताल में टेस्ट कराने के लिए लाया। जहां रिपोर्ट पॉजिटिव पता चला। स्थिति ज्यादा गंभीर होने के कारण उन्हें एम्स रेफर किया गया था। सिकोसा तक पहुंचते ही युवक ने दम तोड़ दिया तो वही दल्ली राजहरा के वार्ड 26 में जिस 48 वर्षीय व्यक्ति को कोरोना हुआ है उनके परिजनों व मरीज स्वयं मरीज द्वारा भी जानकारी छिपाई जाने की बात सामने आ रही है।
अंतिम यात्रा रुकवा कर करवाया गया टेस्ट
जानकारी के मुताबिक जिसे कोरोना हुआ था वह एक निजी अस्पताल में इलाज करवा रहा था। उस समय वह टेस्ट भी नहीं कराया था। डॉक्टरों ने उसे सलाह दी थी कि टेस्ट करवाओ लेकिन वह घबराहट में घर आ गया ।घर पर ही इलाज करवाने की बात कहने लगा। रात में अचानक उनकी मौत हो गई। इस बात की खबर मिलने पर जब वार्ड पार्षद टी ज्योति भी जानकारी ली तो परिजनों द्वारा कहा गया कि उन्हें हार्ट अटैक आया था। वार्ड वासी भी यही मानकर चल रहे थे कि हार्टअटैक से मौत हुई है और आज वार्ड से मुक्ति धाम तक उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई लेकिन अस्पताल वालों ने प्रशासन को खबर की गई कि जिसकी मौत हुई है उनमें कोरोना के लक्षण भी थे लेकिन उन्होंने जांच नहीं कराई थी तो तहसीलदार सहित पूरा प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया और पुलिस बल के साथ अंतिम यात्रा रुकवाने के लिए पहुंच गए। रास्ते में ही अंतिम यात्रा को रोक कर टेस्ट करवाने के लिए प्रशासन अड़ गई तो परिजन भी इसका विरोध करने लग गए। पुलिस प्रशासन की काफी समझाइश के बाद परिजन राजी हुए और जब टेस्ट करवाया गया तो रिपोर्ट पॉजिटिव निकल आई। इसके बाद पूरे शहर में दहशत बढ़ गई है।घरवालों की लापरवाही के चलते अब यह संक्रमण कई लोगों तक फैलने का डर बना हुआ है। वार्ड 26 में पहले भी कई कोरोना केस हो चुके हैं। धीरे-धीरे अन्य वार्डों में भी कोरोना की दस्तक हो रही है।
पार्षद ने की अपील- ना छुपाए जानकारी
तो वहीं वार्ड 26 की पार्षद टी ज्योति ने अपने वार्ड के लोगों सहित पूरे शहर वासियों से अपील की है कि वे कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए पूरी सावधानी बरतें। किसी तरह की जानकारी ना छुपाए और शासन प्रशासन का भी सहयोग करें। अगर सेहत में जरा भी बदलाव हो रहा है, उन्हें जरा भी खतरा महसूस हो रहा है या कोई संदेह है तो संतुष्टि के लिए कोरोना टेस्ट जरूर करवाएं। शासन-प्रशासन टेस्ट के लिए पूरी सुविधा दे रही है और सोशल डिस्टेंसिंग में रहे। मास्क का प्रयोग निरंतर करते रहें। सेनीटाइजर का इस्तेमाल करना ना भूले। भीड़ भाड़ में जाने से बचें।