अच्छी खबर – अब जिलें में भी घर पर ही इलाज करवा सकेंगे कोरोना मरीज, पर करना होगा इन शर्तों का पालन , अन्य शहरों में भी तैयार हो रहे आइसोलेशन सेंटर
बालोद – कलेक्टर जनमेजय महोबे ने कहा कि जिले में कोविड-19 के संक्रमण के बिना लक्षणों एवं कम लक्षण वाले मरीजों के प्रबंधन के लिए होम आइसोलेशन करने की अनुमति प्रदान की जा सकती है। कोरोना संक्रमित मरीजों को रखने हेतु घर में हवादार कमरा और अलग शौचालय होना अनिवार्य है। श्री महोबे आज संयुक्त जिला कार्यालय के स्वान कक्ष में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समस्त एस.डी.एम., तहसीलदार, खण्ड चिकित्सा अधिकारी आदि संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने दल्लीराजहरा, गुण्डरदेही और गुरूर के आइसोलेशन सेंटर की तैयारी की जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि पूर्ण रूप से तैयार हो चुके आइसोलेशन सेंटर को शुरू कराएॅ। आइसोलेशन सेंटर्स में दवाईयॉ पर्याप्त हो, भोजन गुणवत्तापूर्ण हो तथा साफ-सफाई की व्यवस्था बनाए रखें। सभी आइसोलेशन सेंटर्स में काढ़ा वितरण करने तथा मरीजों के लिए भाप लेने हेतु आवश्यक व्यवस्था के निर्देश दिए। उन्होंने किसी भी समस्या से अवगत कराने के भी निर्देश दिए।
कलेक्टर ने होम आइसोलेशन के प्रबंधन हेतु एवं होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के निगरानी एवं समन्वय हेतु जिला स्तर पर 24-7 कॉल सेंटर एवं कंट्रोल रूम की स्थापना के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में मरीजों की निगरानी एवं सतत् निःशुल्क परामर्श हेतु चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य नर्सिंग स्टॉफ आदि की ड्यूटी लगाएॅ। जो होम आइसोलेशन की सम्पूर्ण अवधि के दौरान मरीजों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी लेंगे। होम आइसोलेशन हेतु उपयुक्त पाए जाने पर मरीज को होम आइसोलेशन में उपचार हेतु दवाईयों का एक किट प्रदाय किया जाएगा। मरीज अपने लिए थर्मामीटर एवं पल्स ऑक्सीमीटर की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। आइसोलेशन अवधि के दौरान मरीज अपने घर से बाहर नहीं निकलेंगे तथा मरीज के द्वारा आइसोलेशन के दिशा-निर्देशों का पालन करने हेतु अंडरटेकिंग भरा जाना सुनिश्चित करेंगे। कलेक्टर ने कहा कि प्रत्येक होम आइसोलेटेड मरीज के घर के बाहर लाल रंग का स्टीकर निर्धारित प्रारूप में अवश्य चस्पा किया जाए। मरीज के घर में अलग कमरा या शौचालय न होने पर मरीज के लिए कोविड केयर सेंटर में व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। स्वान कक्ष में अपर कलेक्टर ए.के.बाजपेयी, डिप्टी कलेक्टर प्रेमलता चंदेल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बी.एल.रात्रे सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।