रेडीमेड कपड़ा दुकान से 65 हजार के कपड़ा चोरी करने वाले पकड़ाये


सीसीटीव्ही की मदद से पहचाने गये चोर ,तीन आरोपियों सहित एक नाबालिग गिरफ्तार

डोंगरगांव। नगर से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर सडक़ किनारे श्रीराम सेल से लगभग 65 हजार रू. के रेडीमेड कपड़ों की चोरी करने वाले चोर पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। उक्त चोरी को एक नाबालिग सहित 4 लोगों ने अंजाम दिया था। उनके पास से 50 हजार रू. के रेडीमेड कपड़े बरामद किये गये हैं।
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार डोंगरगांव – चौकी मुख्य मार्ग पर मोहन पोहा उद्योग के समीप नगर के कुछ युवाओं द्वारा खोली गई श्रीराम रेडीमेड सेल से 18 अगस्त की अर्धरात्रि को साढ़े बारह से ढाई बजे के बीच अज्ञात चोरों द्वारा लगभग 65 हजार रू. के रेडीमेड कपड़े, गल्ले में रखे 1600 रू. तथा एक वीवो कंपनी के मोबाईल को पार कर दिया गया था। जिसकी रिपोर्ट 19 अगस्त को श्रीराम सेल के मालिक रामाधार भार्गव ने पुलिस में दर्ज करवाई थी। जिसके बाद प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए थाना प्रभारी केपी मरकाम द्वारा पुलिस अधीक्षक डी0 श्रवण, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोरखनाथ बघेल, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी घनश्याम कामड़े के दिशा निर्देशन में आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के लिये दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज तथा मोबाईल टॉवर डम्प कर आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी। सीसीटीवी कैमरे में मिले फुटेज तथा गोपनीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर कुछ संदेहियों की घेराबंदी की गई, जो पुलिस से छिपते – छिपाते भागने की फिराक में थे।

संदेह के आधार पर पुछताछ करने पर आरोपी पकड़ाए


संदेह के आधार पर पुलिस द्वारा जब नगर के सिनेमा लाईन निवासी उमेश राजपूत पिता जितेन्द्र राजपूत (20 वर्ष), बोधीटोला निवासी अभिषेक रामटेके पिता दिनेश रामटेके (19 वर्ष), ग्राम दर्री निवासी रोहन राजपूत पिता नोहर राजपूत (18 वर्ष) तथा एक नाबालिग को पकड़ कर पूछताछ की गई तो उन्होनें अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। साथ ही उनकी निशानदेही पर लगभग 50 हजार रू. के सेल से चुराये गये जीन्स, टीशर्ट, लोवर,चड्डा आदि भी बरामद किया गया। पुलिस ने इस मामले में तीनों आरोपियो तथा विधि से संघर्षरत एक बालक को भारतीय दंड संहिता की धारा 380, 457 के तहत् गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा गया है। आरोपियों को पकडऩे में थाना प्रभारी निरीक्षक केपी मरकाम, सहा. उपनिरीक्षक गोवर्धन देशमुख, प्रधान आरक्षक जयकुमार सोनवानी, आरक्षक योगेश साहू, चोवा यादव, धर्मेन्द्र सिंह, राणा प्रसन्न का योगदान सराहनीय रहा।