मंदिर में आत्महत्या से मौत पर 71000 रुपए का मरहम! एसडीएम करेंगे न्यायिक जांच, कलेक्टर ने जारी किया आदेश
बालोद। डौंडीलोहारा के महाकाली मंदिर में वहां के सफाई कर्मचारी उचित राम मानकर निवासी धनगांव की आत्महत्या के मामले में आक्रोशित ग्रामीणों को पुलिस और प्रशासन ने जैसे-तैसे शांत करवा लिया है। सुबह मामले में सुलह भी हो गई है तो वही इस मसले पर ग्रामीणों की मांग पर कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने न्यायिक जांच करवाने के लिए देर शाम को आदेश भी जारी कर दिया है। इसके लिए डौंडीलोहारा के एसडीएम को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है तो वहीं ग्रामीणों की मांग पर दो आरक्षकों को लाइन अटैच करने की बात पुलिस प्रशासन के अधिकारी कह रहे हैं। लेकिन वे दो आरक्षक कौन है इसका खुलासा अब तक नहीं किया जा रहा है। तो इधर शासन की ओर से मंत्री, महिला एवं बाल विकास विभाग अनिला भेड़िया ने ₹71000 देकर मदद की है।
अब देखना होगा कि न्यायिक जांच में क्या सामने आता है। क्या वाकई में मृतक उचित राम को पुलिस वालों ने प्रताड़ित किया था या वह किसी और से प्रताड़ित था। सच्चाई जांच में उजागर होगी ही। तो वहीं प्रशासन इस मौत पर मरहम लगा चुकी है। बता दें कि नाराज ग्रामीणों ने मृतक का शव लेने से भी इनकार कर दिया था। रात तक मामला उलझा रहा। सुबह मामले में बड़े नेताओं के हस्तक्षेप व पुलिस प्रशासन की लंबी समझाइश के बाद सुलह हुई है। मंदिर में ₹42000 के गहनों की चोरी के मामले में पुलिस ने मृतक उचित राम मानकर को संदेही समझकर पूछताछ की थी। जिसके बाद उसी मंदिर के हॉल में ऊपर में युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी थी।
अब अफसर क्या कह रहे हैं
अपर कलेक्टर एके वाजपेई का कहना है कि मामले में न्यायिक जांच होगी। आदेश जारी कर दिया है। डौंडीलोहारा एसडीएम को जांच अधिकारी बनाया गया है। रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई होगी।
एएसपी डीआर पोर्ते का कहना है कि ग्रामीणों ने मांग की है कि दो आरक्षक पर कार्रवाई की जाए। यह विभागीय प्रक्रिया है जो चल रही है। ग्रामीणों को समझा कर शव सौंप दिया गया है।