Exclusive- आखिर ऐसा क्या चीज है बना रहे हैं बंसोड़ परिवार? जो जिले में प्लास्टिक मुक्त पहल को देगी बढ़ावा, पढ़िए पूरी खबर
लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रोत्साहित करने करहीभदर के बंसोड़ बना रहे बांस से ही आकर्षक चीजें
बालोद। वन विभाग की योजना से अब बंसोड़ परिवार प्लास्टिक मुक्त पहल भी करने जा रहे हैं। इसकी शुरुआत बालोद जिले में बालोद ब्लॉक के करहीभदर से हुई है। जहां 7 बंसोड़ परिवारों ने लोगों को बांस से बनी कलात्मक चीजों के प्रति आकर्षित करने का काम शुरू किया है। इस परिवारों के लोगों ने घरेलू उपयोग की चीजों को बांस से ही तैयार करना शुरू कर दिया है ताकि लोग इसके प्रति आकर्षित हो और उन्हें खरीद कर प्लास्टिक चीजों से दूर रहें। डीएफओ सतोविशा समाजदार के निर्देशन में बंसोड़ परिवारों को कम दर पर बांस उपलब्ध करवाया जा रहा है। इस बांस का सही इस्तेमाल करते हुए वन विभाग के अफसर बंसोड़ परिवारों को बांस से बनी चीजें बनाने की ट्रेनिंग समय-समय पर देते रहते हैं। जिसके कारण अब उन परिवारों की दिशा और दशा दोनों बदलने लगी है।
डीएफओ बोली यह तो बहुत अच्छा है
करहीभदर के बंसोड़ परिवारों के घर पहुंचकर डीएफओ सतोविशा समाजदार ने उनके काम का जायजा भी लिया। उनकी कलाकारी देखकर डीएफओ बहुत खुश हुई उन्होंने कहा यह तो बहुत अच्छा है। अन्य बंसोड़ परिवारों को भी इस पहल में जुड़ने की अपील उन्होंने की तो वही रेंजर रियाज खान को भी कहा कि ज्यादा से ज्यादा परिवारों को इस पहल में जोड़ें और उन्हें प्रोत्साहित करें। बांस की कमी ना होने दें। न्यूनतम दर पर जो भी बंसोड़ परिवार हैं उनको बांस उपलब्ध करा जाता है।
एक परिवार को देते हैं 1500 बांस
रेंजर रियाज खान ने बताया कि वन विभाग की योजना के तहत बंसोड़ परिवार को न्यूनतम दर पर 1500 बांस उपलब्ध कराया जाता है। इस बांस से वे कलात्मक चीजें बनाते हैं। वर्तमान में करहीभदर के 7 परिवार बांस से टोकरी सुपा, झाड़ू, पंखा स्टैंड सहित अन्य चीजें बना रहे हैं तो औजारों के लिए मुठ बनाने का काम भी कर रही है। ताकि उन मुठ के लिए बड़े-बड़े लकड़ी काटने की जरूरत ना पड़े और हल्के बांस का इस्तेमाल कर लोगों को भी वजन न उठाने की सुविधा दी जा सके। प्लास्टिक मुक्त पहल को बढ़ावा देने के लिए यह प्रयास वन विभाग के माध्यम से किया जा रहा है। धीरे-धीरे अन्य बंसोड़ परिवारों को भी इससे जोड़ा जाएगा।