गुंडरदेही के किसानों ने किसान आंदोलन का किया समर्थन व कृषि विरोधी कानून वापस लेने सरकार से किया मांग
दैनिक बालोद न्यूज/गुण्डरदेही।सेवा सहकारी समिति के सदस्यों ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अन्न दाता किसानों को पुंजिपतियो के अधीन लेन के किये असंवैधानिक तरीके से बिना किसान संगठनों से चर्चा किये बिना असंवैधानिक तरीके से पारित काले काननों पर हंगामा मचा हुआ है।
गुण्डरदेही के किसान सनत गुप्ता ने कहा है कि
यह लड़ाई सिर्फ किसानों के लिए ही नही पूरे देश वासियो की है और हम सब की है पिछले 10 दिनों से ठिठुरती ठंड में हजारों किसान परिवार सहित सड़को पर है गुण्डरदेही के किसानों ने कहा ही यदि सरकार की मनसा किसानों की आय बढ़ाना है तो न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी अधिकार देने में आखिर दिक्कत क्या है ?
कृषि कानूनों के विरोध में 8 दिसंबर 2020 को देश भर के किसान संगठनों के संयुक्त तत्वाधान में भारत बंद का आवाहन किया गया है
जिसे गुण्डरदेही के किसानों द्वारा पूर्णतः समर्थन करता हुए गुण्डरदेही के सभी व्यापारी एवम नागरिको से अपील करती है कि वह भारत बंद का पूर्ण समर्थन करे । साथ ही सरकार से मांग करते है कि किसानों के हित मे तीनो काले कानून को वापस ले व न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी रूप से वैध कर कृषि न्यायालय की स्थापना कर जय जवान जय किसान के सपने को साकार करे जिससे देश के अन्नदाता खुशहाल हो सके। गुण्डरदेही के किसान सोसायटी के सदस्य सनत गुप्ता , सरफुद्दीन खान, लक्ष्मीनारायण सोनकर, केदार मंडावी व प्रगतिशील किसान संगठन के अध्यक्ष ताम्रध्वाज साहू , बीरेंद्र साहू, घनश्याम चंद्राकर सहित बहुत से किसानों ने भारत बंद का आवाहन किया है।