हद है,,,,रेत भरी गाड़ियों से सड़क हुई बेहाल,सरपंच सहित ग्रामीण कर रहे विरोध, ठेकेदार व गुर्गे कर रहे मनमानी ओरमा से भोथली सुंदरा मार्ग की हालत पस्त

ग्रामीण बोले डामरीकरण तो हुआ नहीं जो सड़क बची है वह भी अब खत्म होने की कगार पर 

बालोद।जिला मुख्यालय के बालोद ब्लॉक स्थित ग्राम नेवारीकला में रेत खनन जारी है जहां से दूसरे जिले तक बड़े ठेकेदार हाईवा और ट्रकों से रेत का परिवहन कर रहे हैं लेकिन रेत परिवहन का रूट ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों से हैं। मुख्य मार्गों को छोड़कर हाईवा और ट्रक अंदरूनी रास्तों से गुजर रही है। जिससे सड़कों की हालत पस्त हो गई है। लगातार भारी वाहनों के दबाव से सड़कें अस्तित्व खो रही है। जिसके चलते आसपास के ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा है। भोथली, ओरमा, सुंदरा मार्ग की हालत सबसे ज्यादा खराब हो गई है। क्योंकि यहां पर कई सालों से डामरीकरण भी नहीं हुआ है। जो डामरीकरण हुआ था वह लगभग 5 साल से उखड़ा पड़ा हुआ है और पीडब्ल्यूडी के द्वारा ना ही प्रधानमंत्री सड़क योजना के द्वारा इस सड़क का संधारण किया जा रहा है। जिसके चलते लगातार बारिश से पहले ही हाईवा से रेत परिवहन हो रहा है इससे सड़क पूरी तरह से खराब होने लगी है।

 सरपंच सहित ग्रामीण करने लगे विरोध, आंदोलन की भी चेतावनी

 लगातार हाईवा की आवाजाही को देखते हुए अब ग्रामीणों में भी विरोध का स्वर उठने लगा है तो वहीं आसपास के सरपंच भी लामबंद होने लगे हैं और संबंधित ठेकेदार व विभाग के प्रति नाराजगी जता रहे हैं। भोथली के सरपंच केशव गंधर्व ने कहा कि रेत परिवहन के लिए और भी रास्ते हैं लेकिन मुख्य मार्ग को छोड़कर अंदरूनी रास्तों से ठेकेदार के लोग रेत ले जा रहे हैं ।जिससे हमारी सड़क पूरी तरह से खराब हो रही है। ठेकेदार को भी इस संबंध में चेतावनी दी गई है कि वह इस रास्ते से ना ले जाए। दूसरे रास्ते से ले जाए लेकिन वह नहीं मान रहे हैं। अगर यही स्थिति रही तो हम ग्रामीणों के साथ आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। प्रशासन को भी इस ओर ध्यान देने की जरूरत है पर कोई देखने वाला नहीं है।

भारी वाहन है प्रतिबंधित फिर भी इसी रास्ते से ले जाते हैं


जगन्नाथपुर के सरपंच अरुण साहू ने कहा कि इस रूट पर भारी वाहनों का आना जाना प्रतिबंधित है। पीडब्ल्यूडी ने इसके लिए जगन्नाथपुर चौक पर सूचना बोर्ड भी लगाया है लेकिन इसकी अनदेखी हो रही है। लगातार भारी वाहनों के चलने से सड़क से डामर भी उड़ने लगा है। बरसात में ही पूरी सड़क ध्वस्त हो जाएगी। लोगों को आने जाने में दिक्कत हो रही है।