जिले में धूमधाम से मनाया गया छठ पर्व।
दैनिक बालोद न्यूज़।बालोद।सूर्य उपासना का महा पर्व छठ पूजा पुरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है. आज सुबह उगते सूर्य देव को अर्ध्य दिया गया. इस पर्व को लेकर कई तरह की मान्यताएं है. उत्तर भारत से शुरू हुआ यह त्योहार आज पूरे देश में मनाया जाने लगा है.. बालोद जिला मुख्यालय के साथ दल्ली राजहरा में भी यह त्योहार बड़े ही हर्ष उल्लास के साथ मनाये जा रहे है. कोरोना के इस काल में भी पर्व का रंग फीका नही पड़ा है. बालोद सहित दल्ली राजहरा में छठ पूजा को ले कर व्यापक तैयारिया की गई थी।
बिहार व उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा पर्व आज पुरे देश भर में मनाया जाता है. इस त्यौहार को लेकर लोगो में एक अलग उत्साह देखने को मिलता है. छठ पर्व पर दल्ली राजहरा की छठ घाट में श्रृध्दालुओ ने उगते सूरज को अर्ध्य दे विशेष पूजा अर्चना की जहां छठ माई के प्रति लोगों अटूट आस्था देखने को मिला।
चार दिनों तक चलने वाला छठ पर्व भैयादूज के तीसरे दिन से यह आरम्भ होता है। पहले दिन सेन्धा नमक, घी से बना हुआ अरवा चावल और कद्दू की सब्जी प्रसाद के रूप में ली जाती है. अगले दिन से उपवास आरम्भ होता है. व्रति दिनभर अन्न-जल त्याग कर शाम करीब 7 बजे से खीर बना पूजा करने के उपरान्त प्रसाद ग्रहण करते हैं. जिसे खरना कहते हैं. तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य यानी दूध अर्पण करते हैं. अंतिम दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य चढ़ाते हैं पूजा में पवित्रता का विशेष ध्यान रखा जाता है. लहसून, प्याज वर्जित होता है।
छठ पूजा हिन्दू धर्म का एक मुख्य पर्व माना जाता है इस दिन भगवान सूर्य और छठ माता की पूजा की जाती है. छठ पूजा का पर्व कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को पड़ता है. छठ पूजा के दिन श्रद्धालु नदी, तालाब या कुंड के पानी की तट पर आकर पवित्र जल में स्नान करते हैं. शास्त्रों के अनुसार ऐसा भी कहा गया है की इस दिन माता छठी(सूर्य की पत्नी) की पूजा होती है. इस पूजा के जरिये भगवान सूर्य को धन्यवाद देते हैं और उनसे अपने अच्छे स्वास्थ्य और रोग मुक्त रहने की कामना करते है ।