Exclusive-शराब के नशे में धुत महिला का बालोद बस स्टैंड में हाई वोल्टेज ड्रामा, पुलिस को भी कहने लगी मैं बीएसपी कर्मचारी हूं,मुझे हाथ ना लगाना
बालोद। बालोद बस स्टैंड में बीती रात को एक संदिग्ध महिला का खूब देर तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला। दरअसल में यह महिला शराब के नशे में भी थी और संदिग्ध रूप से बालोद के बस स्टैंड में सोई हुई थी। आसपास के लोग उसे समझा भी रहे थे कि सुरक्षित जगह पर चली जाओ लेकिन वह समझाने वाले लोगों पर ही भड़क जाती थी और गालियां देने लगती थी । मामले की खबर मिलने के बाद बालोद पुलिस से भी महिला स्टाफ प्रधान आरक्षक नर्मदा कोठारी के नेतृत्व में महिला को समझाने व उनके बारे में पतासाजी के लिए पहुंची तो फिर महिला हाई वोल्टेज ड्रामा करने लगी।
जमीन पर सोई महिला पुलिस के आते ही उठ कर बैठ गई और बड़े ही ताव से कहने लगी कि मैं बीएसपी की कर्मचारी हूं, मुझे हाथ मत लगाना। लॉज में गई थी ठहरने के लिए तो बोलते हैं कि आधार कार्ड दिखाओ ,आश्रय स्थल गई तो भी मुझे बिना पहचान पत्र के रुकने की इजाजत नही दी गई तो बस स्टैंड में ही सो गई थी। पुलिसिया पूछताछ के बाद महिला ने अपना नाम पता बताया और अपने ही मोबाइल को पुलिस के हवाले कर परिजनों से बात करने की अनुमति दी। महिला प्रधान आरक्षक नर्मदा कोठारी महिला के घर वालों को सूचना दी।
अधिकारी को फोन लगाने की बात कह कर धमकाने लगी
पुलिस महिला की भलाई चाह रही थी, उसे सुरक्षित जगह पहुंचाना चाहती थी। समझाइश में जुटी थी लेकिन महिला ने पुलिस को ही धमकाना शुरू कर दिया । पुलिस जब उसे बस स्टैंड से उठने कहने लगी तो वह किसी को फोन करके कहने लगी कि मैं बीएसपी के अधिकारी को फोन लगा रही हूं और फोन लगाकर उसने मोबाइल पुलिस को ही थमा दिया। जब महिला प्रधान आरक्षक नर्मदा कोठारी बात शुरू की तो कोई लड़का ही था। पुलिस ने उसे भी कहा कि इसे पहचानते हो तो घर ले जाओ, यहां हंगामा कर रही है। रात में यहां रुकना ठीक नहीं है। खतरा है तो बिना टेस्ट के भी हम इसे कहीं ले जा नही सकते। जिसे अधिकारी बताकर महिला ने फोन लगाया उसने भी अधूरी बात करके फोन काट दिया। लगभग 2 घंटे तक महिला का यह ड्रामा चला जिससे लोगों की भीड़ भी जुट गई।
मानवता का दिया परिचय ,टीआई ने दल्ली राजहरा तक पहुंचाया
रात में महिला को कहीं पर छोड़ना भी असुरक्षित था पूछताछ में महिला कहने लगी कि वह ट्रक में लिफ्ट लेकर बालोद तक पहुंची है।वह नशे में मदमस्त थी और उल्टा लोगों को पुलिस वालों से भी वह गाली गलौज कर रही थी। जैसे-जैसे उसका नशा कम हुआ पुलिस उनसे और पूछताछ करने लगी फिर मानवता का परिचय दिखाते हुए बालोद थाना प्रभारी, प्रशिक्षु डीएसपी प्रशांत पैकरा ने बालोद पुलिस की गाड़ी से ही उन्हें दल्ली राजहरा तक पहुंचा या फिर वहां से उनके परिजन लेने के लिए आए। महिला बालोद तक कैसे, क्यों आई इन सब का वह गोलमोल जवाब दे रही थी, इससे मामला संदिग्ध लग रहा था, लेकिन पहनावे से वह सभ्य परिवार की भी लग रही थी और खुद को बीएसपी की कर्मचारी भी बता रही थी।