सरपंच प्रत्याशी रही महिला चुनाव में हार के बाद झेल रही टोनही प्रताड़ना का आरोप, परसदा के साहू परिवार ने उठाया पुलिस कार्रवाई पर सवाल

बोले हमें अब तक नहीं मिला न्याय, अब धरने पर बैठेंगे, वीडियो में देखिए किस तरह से लगाए हैं आरोप

आपबीती बताते हुए प्रत्याशी रही पुष्पा व उनके पति रोमलाल साहू

बालोद। जिला मुख्यालय बालोद से लगभग 15 किलोमीटर दूर गांव है परसदा। जहां पंचायत चुनाव के दौरान सरपंच पद की प्रत्याशी रही पुष्पा बाई साहू व उनके पति रोम लाल साहू इन दिनों गांव में टोनही प्रताड़ना का आरोप झेल रहे हैं। यह कहना है इस परिवार का। गांव के कुछ दबंगों पर आरोप लगाते हुए सरपंच प्रत्याशी रही पुष्पा बाई व उनके पति ने एसपी व आईजी से भी मामले की शिकायत की है। लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। गांव के पूर्व सरपंच व ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष हीरामन पर दोनों ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्हें गांव में जादू टोना करते हो, कहकर प्रताड़ित किया जाता है। जो लोग उनके खेत में काम करने जाते हैं उन्हें भी गांव से बहिष्कृत करने की धमकी दी जाती है। दरअसल में मामला चुनाव प्रचार के समय से बिगड़ा है। चुनाव प्रचार के दौरान प्रत्याशी ने अपने कुछ समर्थकों को पार्टी के लिए पैसे दिए थे। इस पैसे से उनके प्रचारकों ने गांव के बाहर जाकर सूअर कटवा लिया था। इसी दिन गांव में भागवत का समापन भी था। प्रचार के दौरान विपक्ष ने इसे मुद्दा बना दिया और प्रत्याशी व उनके पति पर गांव में बलि देने का आरोप लगाकर उन्हें परेशान किया जाने लगा। भागवत समाप्त होने के बाद भी ग्रामीणों की व्यवस्था में बने रहने के लिए उनसे 5000 रुपए दंड ले लिया। कुछ दिन बाद दूसरे मोहल्ले के हिरामन ठाकुर व संत राम द्वारा 17 मार्च को गांव वालों को उकसा कर रामलाल व उसकी पत्नी पुष्पा बाई गांव में जादू टोना कर रहे हैं, गांव को बिगाड़ रहे हैं। गांव में सूअर मारकर खिला रहे हैं, गांव में बड़ी खतरनाक विपत्ति आ सकती है, इस तरह से आरोप लगाते हुए मीटिंग बुलवाकर उनसे 61000 रुपए अर्थदंड लगा दिया गया। उन्हें कहा गया कि जब तक यह पैसा नहीं देंगे वे अपने खेत खार में नहीं जा सकेंगे। देवी देवता की पूजा पाठ नहीं करेंगे। हमारी निगरानी में रहेंगे। अगर अर्थदंड नही देंगे तो दोनों को गांव से बहिष्कृत कर देंगे।

थाने में  शिकायत पर कार्रवाई से संतुष्ट नही अब धरने की चेतावनी 

पीड़ित पक्ष ने मामले की शिकायत 19 अप्रैल को बालोद थाने में की थी। लेकिन उचित कार्यवाही नहीं हुई। इस बीच दुश्मनी बढ़ाते हुए बिना किसी तरह के मारपीट के हीरामन ठाकुर ने भी थाने में एसटी एससी एक्ट के तहत मामला दर्ज करवाकर पीड़ित को जेल भिजवा दिया। रोम लाल ने कहा कि मैंने टोनही प्रताड़ना से संबंधित शिकायत पहले से की थी लेकिन मेरे आवेदन पर ठोस कार्यवाही नहीं हुई। ना ही टोनही प्रताड़ना का कोई केस दर्ज हुआ। पुलिस प्रशासन से कई बार मांग करते थक गए हैं। लेकिन मुझे न्याय नहीं मिला। एसपी से लेकर अभी तक फरियाद लगा चुका हूं अब तो बस धरने पर परिवार सहित बैठूंगा, शायद इसी से न्याय मिले।

क्या कहती है पुलिस इधर मामले में बालोद थाना प्रभारी गैंदसिंह ठाकुर का कहना है कि गांव में भागवत के दौरान  सूअर कटवाने के समय से इन दोनों पक्षों का विवाद शुरू हुआ था। पूर्व में प्रार्थी रोम लाल की शिकायत पर हीरामन ठाकुर, व संत राम के खिलाफ धारा 107, 116 के तहत कार्रवाई भी की गई थी। उन्होंने कहा कि टोनही प्रताड़ना से संबंधित जो आरोप लगा रहे हैं इसका कोई  तथ्य आधारित प्रमाण नहीं मिला है। किसी के कहने पर से ही हम इस तरह का मामला दर्ज नहीं कर सकते। इसमें पूरी तरह से जांच होती है।