Exclusive- शक की वजह से टूटने वाला था रिश्ता,थाने पहुंच गया था मामला, पुलिस ने दोनों को प्यार से समझाया, हुए राजी, खुशी-खुशी वापस लौटे, पढ़िए यह रोचक मामला

बालोद। जिले के गुंडरदेही थाने में पति पत्नी के बीच विवाद का एक मामला पहुंचा था। स्थिति इस हद तक आ पहुंची थी कि पति-पत्नी एक दूसरे का चेहरा देखना तक पसंद नहीं कर रहे थे। दोनों एक दूसरे से अलग रहना चाह रहे थे। पत्नी के परिजन भी थाने आ धमके थे और पति के खिलाफ रिपोर्ट लिखवा कर उससे छुटकारा पाना चाह रहे थे। थाने में शिकायत दर्ज होने वाली थी कि वहां के थाना प्रभारी रोहित मालेकर ने दोनों के बीच दूरियां खत्म करने की कोशिश की। लगभग 15 मिनट तक पति पत्नी को अपने केबिन में बैठाकर रोहित मालेकर ने समझाया कि आखिर दोनों के बीच विवाद की वजह क्या है। कुछ बातें निकल कर आई तो टीआई ने कहा कि शक पति पत्नी दोनों की जिंदगी बर्बाद कर देती है। कभी एक दूसरे पर शक ना करें। छोटी छोटी बातें हर घर में होती है। उन्हें इग्नोर करके चले तभी हम गृहस्थ जीवन को अच्छे से चला सकते हैं। उन्होंने समझाया कि पति-पत्नी 100% एक दूसरे के लिए काबिल या सही हो, ऐसा बहुत कम होता है। एक दूसरे में कुछ ना कुछ कमियां होती है। जिन्हें हमें स्वीकार करके चलना होता है। हम चाहेंगे कि सामने वाला हम जैसा हो वैसे ही मिले तो यह मुश्किल होता है, इसलिए एक दूसरे को जिंदगी में एडजस्ट करना ही पड़ता है। पति-पत्नी इस बात को समझें और दोनों फिर साथ रहने के लिए राजी हुए और फिर कभी झगड़ा ना करने की बात कहने लगे।

पत्नी कहती थी देर रात तक घर आता था पति

पत्नी का कहना था कि उनका पति देर रात को घर आता है, इससे उन्हें शक होता था तो वहीं पति सवाल पूछे जाने पर झगड़ा करने लगता था। छोटी-छोटी बातों पर दोनों के बीच विवाद बढ़ जाता था और शादी के कुछ साल बाद ही रिश्ते में दरार पड़ गई थी और दोनों अलग अलग रहने की बात करते हुए थाने तक आ पहुंचे थे लेकिन यहां टी आई की समझाइश ने दोनों के रिश्ते की दरार को भर दिया और फिर साथ रहने को राजी हो गए और खुशी-खुशी अपने घर लौटे।

दंपती ने टीआई रोहित मालेकर को भी धन्यवाद दिया कि उन्होंने उनकी जिंदगी को बिखरने से बचा लिया। टीआई ने भी उन्हें नई शुरुआत करने आशीर्वाद देते हुए कहा कि जिंदगी की गाड़ी पति-पत्नी रूपी दो पहियो से ही चलती है। जिंदगी में उतार चढ़ाव लगा रहता है। एक दूसरे का साथ निभाते हुए चलिए। एक दूसरे के काम आए कोई तीसरा काम नहीं आएगा। टीआई ने जिंदगी की नसीहत के पाठ के साथ दोनों को अलग होने से बचा लिया और जो अलग होने के लिए थाने आए थे वह फिर साथ होकर अपने घर लौटे।