नाग पंचमी विशेष- दो भाई मिलकर कर रहे सांपों को बचाने की अनूठी पहल, लोगों को सांप न मारने करते हैं प्रेरित

किसी के घर घुस जाए सांप तो यह अपनी जान जोखिम में डालकर सांपों को सुरक्षित बाहर निकाल कर छोड़ते हैं जंगल में, पढ़िए दो भाइयों की गजब दास्तां सिर्फ दैनिक बालोद न्यूज़ पर

राजेन्द्र भरद्वाज

दीपक यादव, बालोद/ विजय गुप्ता दल्लीराजहरा

आज नागपंचमी विशेष पर हम तो ऐसे शख्स और सगे भाइयों की बात बता रहे हैं जो सांप के प्रेमी हैं। लोगों के अजीबोगरीब शौक होते हैं इन दोनों भाइयों का शौक सांपों की जान बचाना है। दल्ली राजरा के रहने वाले वकील जगेंद्र भरद्वाज व उनके छोटे भाई राजेंद्र भारद्वाज लगभग 22 सालों से सांपों को बचाने पहल कर रहे हैं।

जगेंद्र भरद्वाज

यह लोगों को सांप के प्रति हिंसा त्यागने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। अगर किसी के घर सांप घुस जाए तो वह उन्हें ना मारने की अपील करते हैं और खुद अपनी जान जोखिम में डालकर उन सांपों को घर से सुरक्षित बाहर निकालते हैं फिर उन्हें दूर जंगल में ले जाकर छोड़ देते हैं। बरसात के दिनों में अक्सर दल्ली राजहरा सहित आसपास के कई गांव में शाम घुस जाने पर लोग इन दोनों भाइयों को ही याद करते हैं। पिछले दिनों बीएसपी स्कूल के क्रमांक 2 के सामने टाउनशिप के क्वार्टर में भी एक बीएसपी कर्मी दीपक के कमरे में 8 फीट का जहरीला सांप घुस गया था। जिसे राजेंद्र भारद्वाज ने सुरक्षित पकड़ कर बाहर निकाल दिया। राजेंद्र पोल्ट्री फॉर्म चलाते हैं तो उनका बड़ा भाई जगेंद्र भारद्वाज वकील है।

जगेंद्र से प्रेरित होकर छोटा भाई भी आगे आया

सांपों को बचाने की मुहिम जगेंद्र भरद्वाज पहले से कर रहे हैं। उन्हीं से प्रेरित होकर उनका भाई राजेंद्र भरद्वाज भी आगे आ गया है और इस मुहिम में साथ जुड़ गए। दोनों एक तरह से पर्यावरण प्रेमी भी हैं जो लोगों को सांपों को नहीं मारने के लिए जागरूक करते हैं। इसका असर भी दल्ली राजहरा व आस-पास के इलाकों में देखने को मिलता है। लोग सांपों को मारने के बजाय उन दोनों में से किसी भी भाई को फोन कर बुला लेते हैं और उन्हें सांप को बचाने के लिए कहते हैं। सांप को भी सुरक्षित बाहर निकाल कर जंगल में छोड़ देते हैं।

दोनों भाइयों का मानना है कि पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए सांपों का अस्तित्व भी बचे रहना जरूरी है। लेकिन लोग डर या खुद के बचाव के लिए कई बार सांपों की बलि दे देते हैं। जो कि ठीक नहीं है। लोगों को ऐसे समय में खुद की सुरक्षा के साथ सांपों को भी सुरक्षित घर या उस जगह से बाहर निकालने का रास्ता देना चाहिए ना कि उनके साथ छेड़खानी करनी चाहिए। तभी सांपों के जीवन की भी रक्षा हो सकती है।