डां रागिनी चंद्रे खंड चिकित्सा अधिकारी के लंबे समय से विदेश प्रवास पर होने से हितग्राही मूलक योजनाएं हों रही है फेल ,अनुविभागीय अधिकारी ने नाराजगी जताते हुए हस्ताक्षर बदलने कहा…
राकेश कुर्रे बीपीएम ने आवेदन बनाकर अनुविभागीय अधिकारी के समक्ष बीएमओ का हस्ताक्षर बदलने पत्र लिखकर मांग किया
दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/ डोंगरगांव।डॉ. रागिनी चंद्र खंड चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डोंगरगांव के द्वारा लंबे समय से छुट्टी में है वही हितग्राही मूलक योजनाएं फेल होते हुए नजर आ रहे हैं राकेश कुर्रे खंड कार्यक्रम प्रबंधक ने अपने पत्र में उल्लेख करते हुए लिखा है कि डॉक्टर रागिनी चंद्र खंड चिकित्सा अधिकारी के विदेश यात्रा पर चलेगी जाने के कारण हितग्राही मूलक योजनाओं का भुगतान लंबित होने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने के लिए अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगांव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी राजनांदगांव, कलेक्टर राजनांदगांव को पत्र लिखकर हस्ताक्षर बदलने के लिए मांग किया है। डॉक्टर रागिनी चंद्रे के द्वारा वर्तमान में 26 नवंबर से आज दिनांक तक अवकाश में विदेश यात्रा पर है जिस कारण खंड स्तर पर हितग्राही मूलक योजनाओं जिसमें जननी सुरक्षा योजना महिला पुरुष नसबंदी कार्यक्रम के हितग्राहियों का भुगतान , मानदेय का भुगतान संस्था के अग्रिम का भुगतान जननी सुरक्षा योजना के भुगतान संबंधित संस्था ट्रांसफर नहीं हो पा रहा है वही जीवनदीप समिति में कार्यरत कर्मचारियों का मानदेय भुगतान नहीं होने की जानकारी उल्लेख किया है जिससे जनमानस को भुगतना पड़ रहा है डॉक्टर रागिनी चंद्रे खंड चिकित्सा अधिकारी के द्वारा दीपावली के समय 1 सप्ताह अवकाश पर चली गई थी वही मुख्यमंत्री के डोंगरगांव विधानसभा क्षेत्र के भेंट मुलाकात कार्यक्रम के समय 12 दिवस के अवकाश पर होने की जानकारी भी उल्लेख किया गया है। लगातार रागनी चंद्रे के द्वारा अवकाश पर जाने से व्यवस्था पूरा चरमरा गया है वही हितग्राही मूलक राशि लेने के लिए हितग्राही दुरदाज से आने के बाद दर-दर भटक रहे हैं और बैरंग लौटना पड़ता है।
राकेश कुर्रे बीपीएम ने बताया कि
हितग्राहियों के द्वारा अनुविभागीय अधिकारी के पास शिकायत लेकर पहुंचे थे जिसके बाद अनुविभागीय अधिकारी ने बीपीएम को बुलाकर फटकार लगाए है वहीं तत्काल खंड चिकित्सा अधिकारी का हस्ताक्षर बदलने का मौखिक आदेश दिया ताकि हितग्राही मूलक भुगतान तत्काल किया जा सके। जैसा कि बीपीएम राकेश कुर्रे के द्वारा टेलिफोनिक बातचीत में बताया गया।