आक्रोश : गरीब कल्याण रोजगार योजना में छत्तीसगढ़ की उपेक्षा
केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के साथ किया अन्याय : चंद्रप्रभा
बालोद / केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार छत्तीसगढ़ के साथ अन्याय कर रही है । उन्हें यहां के मजदूरों के पलायन की जानकारी नहीं है । लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से लगभग 3 लाख मजदूर वापस लौटे हैं । उन्हें काम की आवश्यकता है । जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष व जिला पंचायत सदस्य चंद्रप्रभा सुधाकर ने उक्त बातें एक विज्ञप्ति में कहीं । अध्यक्ष सुधाकर ने कहा कि गरीब कल्याण रोजगार योजना में छत्तीसगढ़ को शामिल नहीं करना हैरानी तथा भेदभाव है । देश के 116 जिलों में छत्तीसगढ़ से एक भी जिला शामिल नहीं है । प्रवासी मजदूरों को गांव में ही काम दिया जाना तथा उनके पुनर्वास के लिए कल्याण रोजगार अभियान में व्यवस्था है।
भाजपा के 11 संसद मौन :
प्रदेश में लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से तीन लाख से अधिक प्रवासी मजदूर वापस लौटे हैं ।उनका पुनर्वास भी किया जाना है । लेकिन राज्य के 11 भाजपा सांसद मौन है । उन्हें राज्य के हित में केंद्र सरकार के समक्ष आवाज उठानी चाहिए । उनका गरीब कल्याण रोजगार योजना को लेकर मौन संदेहासपद है ।
अभियान में शामिल नहीं करना बेहद दुर्भाग्यजनक :
विधायक कुंवर सिंह निषाद ने भी आरोप लगाया है कि योजना को दलगत आधार पर तैयार किया गया है ।छत्तीसगढ़ जैसे नक्सल प्रभावित राज्य को अभियान से दूर रखना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है । यहां की जनता केंद्र की भाजपा सरकार को कभी माफ नहीं करेगी ।