विद्यार्थी के भविष्य के साथ खिलवाड़ है ऑनलाइन परीक्षा : दिग्विजय मिश्रा
वार्षिक परीक्षा ऑनलाइन मोड में लेने का निर्णय लिया जाता है जो बेहद निंदनीय है वह शर्मनाक है
दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/डोंगरगांव ।सत्र 2021-22 में आयोजित होने वाली विश्वविद्यालय की परीक्षा के संदर्भ में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए दिग्विजय मिश्रा ने कहा वर्तमान समय कोरोना , पूर्ण शिक्षण सत्र के विषय में समान है उसके बावजूद लगातार कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई द्वारा शिक्षा पूर्ण ना होने विश्वविद्यालय की कक्षाएं विलंब से प्रारंभ होने में ऐसे तमाम प्रकार के झूठे वह बेबुनियाद मांगों को लेकर विश्वविद्यालय का घेराव आंदोलन किया उसके पश्चात भी विश्वविद्यालय ने इन सभी मांगों को दरकिनार कर दिया ऑफलाइन परीक्षा लेने का निर्णय लिया वह समय सारणी भी जारी कर दी फिर भी एन एस यू आई ओछी राजनीति करते हुए भोले भाले विद्यार्थी को बहला-फुसलाकर आंदोलन का हिस्सा बनाया व ऑनलाइन परीक्षा की मांग को लेकर मुख्यमंत्री तक पहुंचाया हमें लगा कि सरकार अपने बातों से अडिग रहेगी वह ऑनलाइन परीक्षा का प्रस्ताव स्वीकार नहीं करेगी लेकिन सरकारी अवकाश होने के बावजूद भी सोमवार को शिक्षा विभाग द्वारा महाविद्यालय की सभी वार्षिक परीक्षा ऑनलाइन मोड में लेने का निर्णय लिया जाता है जो बेहद निंदनीय है वह शर्मनाक है पूर्व में भी परिस्थिति रही हो महामारी के चलते परीक्षा जैसे भी ली गई हो लेकिन वर्तमान समय में ऑनलाइन परीक्षा के लिए आदेश जारी करना निंदनीय है यह उन सभी विद्यार्थी के भविष्य के साथ खिलवाड़ है जो कड़ी मेहनत के साथ पढ़ाई करते हैं यह बेहतर परीक्षा परिणाम का इंतजार करते हैं स्थिति सामान्य होने के बाद सभी कक्षाएं नियमित रूप से संचालित हुई सभी विद्यार्थी ने पढ़ाई का मन बना लिया बाकी बेहतर तैयारी में भी जुड़ गए लेकिन ऑनलाइन परीक्षा का आदेश उनके लिए निराशा पूर्ण व अनुचित है अब बिना मेहनत किए उतीर्ण होंने वाले और महामारी की आड़ में परीक्षा उत्तीर्ण की मंशा से परीक्षा फॉर्म भरने वाले विद्यार्थी के लिए महत्त्व घट जाएगा समाज में भ्रष्टाचार अजरकता, बेरोजगारी दर में वृहद वृद्धि होगी ऑनलाइन परीक्षा विद्यार्थी के भविष्य को अंधकार में धकेलने जैसा है घर में थे बैठे परीक्षा उत्तीर्ण करने की पद्धति विद्यार्थी को उनके भविष्य को पीछे धकेल देगी दिग्विजय मिश्रा ने छत्तीसगढ़ सरकार पर तंज कसते हुए उन पर आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ सरकार अपने छात्र इकाई के व्यक्तिगत स्वार्थ वह आने वाले विधानसभा चुनाव में विद्यार्थी व युवा के बहुमत प्राप्त करने की दृष्टि से यह निर्णय लिया गया है लेकिन शिक्षित युवा समझदार है वह अपने आने वाले चुनाव में सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले सरकार को सत्ता से बेदखल करेगा ।