अजब गजब गड़बड़ी- मेट की पत्नी दिव्यांग, कृत्रिम अंग के सहारे जिंदगी फिर भी मनरेगा में बिना काम के बन गई ऑन रिकॉर्ड मजदूर, मजदूरी भी मिली

खेरूद पंचायत में मनरेगा में गड़बड़ी की होगी जांच, मंगलवार को आएंगे अफसर
बालोद। गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम खेरुद पंचायत में मनरेगा में हुई गड़बड़ी के मामले में कलेक्टर के निर्देश पर जिला पंचायत प्रशासन ने जांच कमेटी गठित कर दी है। यह जांच कमेटी मंगलवार को सुबह 11 बजे पंचायत में जांच के लिए पहुंचेगी। गांव के जागरुक लोगों ने मामले को उजागर किया था कि किस तरह से बिना काम के भी कई मजदूरों के नाम से फर्जी हाजिरी चढ़ाकर मस्टररोल के जरिए पैसा निकाल कर शासन को चूना लगाया गया है। सूचना के अधिकार सहित अन्य माध्यम से प्राप्त दस्तावेजों से इस गड़बड़ी का खुलासा हुआ था। जिसके बाद से पंचायत प्रशासन में खलबली मची हुई है तो वही अब अधिकारी भी मामले की तह तक जाने के लिए जांच शुरू कर रहे हैं। जिला मनरेगा अधिकारी ओपी साहू का कहना है कि जांच में सच्चाई सामने आ जाएगी कि गड़बड़ी कहां से हुई है। मस्टर रोल फर्जी नहीं बनाया जा सकता। अगर मस्टररोल में किसी का रिकॉर्ड दर्ज हुआ है और वह काम किया नहीं है तो इसमें जिम्मेदार दोषी पाए जाएंगे। इसकी जांच की जा रही है। जांच कमेटी जल्द ही गांव जाकर संबंधित लोगों से बयान लेगी।

मेट की पत्नी दिव्यांग फिर भी मनरेगा में चढ़ गई हाजिरी


ऑनलाइन मस्टर रोल रिकॉर्ड के जरिए ग्रामीणों को यह बात भी पता चली है कि एक मेट अवध साहू की पत्नी एक बाई का नाम भी बकायदा फर्जी तरीके से चढ़ाया गया है। उनके खाते में भी मनरेगा की मजदूरी ट्रांसफर की गई है। जबकि उनकी पत्नी दिव्यांग है। उनका एक पैर कटा हुआ है। जिसमें कृत्रिम अंग लगा हुआ है। ऐसे में वह काम करने जाती ही नहीं है। लेकिन मनरेगा में बकायदा वह ऑन रिकॉर्ड मजदूर बन गई है। इससे मेट पति की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगा है तो वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सरपंच, सचिव, मेट, रोजगार सहायक व अन्य संबंधित मनरेगा के काम से जुड़े हुए लोग अपने चहेतों को उपकृत करने के लिए ही इस तरह की गड़बड़ी करके बैठे हैं। जांच होगी तो सबकी असलियत सामने आ जाएगी। इधर सरपंच योगेश साहू का पहले से ही कहना है कि हम जांच करवाने के लिए तैयार हैं। जो भी बात है जांच से स्पष्ट हो जाएगी।