मार्मिक घटना- कड़क रही थी बिजली, घर बुलाने बहन ने भाई को किया फोन,मोबाइल फटा, मौत

बिजली कड़क रही हो तो ना करे मोबाइल पर बात आपके साथ भी हो सकती है ऐसी घटना, रहे सावधान क्योंकि आकाशीय बिजली मोबाइल को भी बम बना देती है

बालोद। आकाशीय बिजली गिरने से गुरुर ब्लाक के ग्राम चिटौद के एक युवक सूरज कुमार नेताम की मौत हो गई। घटना का सबसे मार्मिक पहलू यह है कि युवक बकरा चराने के लिए गया था। इस दौरान बादल गरज रहे थे। बिजली कड़क रही थी। मौसम की खराबी से बहन को भाई की चिंता होने लगी और घर से ही बहन ने अपने भाई सूरज को घर आ जाने के लिए फोन किया। अपनी बहन से ही वह मोबाइल पर बात कर ही रहा था कि जोरो से बिजली कड़की और मोबाइल फट गया। देखते ही वह एक झटके में बेहोश हो गया आसपास के लोगों ने जब उसे धमतरी के जिला अस्पताल में भर्ती करवाया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उसकी मौत की घोषणा की। घटना सोमवार की शाम 4 से 5 बजे बीच की है। युवक की मौत धमतरी अस्पताल में हुई। मंगलवार को परिजनों ने मामले की सूचना पुलिस को दी है। जिस बकरे को युवक चराने ले गया था उस बकरे की भी मौत आकाशीय बिजली गिरने से हो गई।

जगन्नाथपुर में भी हुई थी इसी तरह से युवक की मौत 

ग्राम जगन्नाथपुर (सांकरा) में भी पिछले हफ्ते एक युवक हिमांचल उर्फ छोटू सेन की मौत भी आकाशीय बिजली गिरने से हो गई थी। वह भी खेत में आम तोड़ने के लिए पेड़ पर चढ़ा था। जेब में मोबाइल था और कान में इयरफोन भी। इस दौरान बिजली गिरी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

क्यों होती है ऐसी घटना?

जानकारों के मुताबिक मोबाइल फोन में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड होता है अगर आप किसी ऐसी जगह मौजूद हों जहां बिजली चमक रही हो, तो मोबाइल फोन का इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फील्ड बिजली को अपनी ओर खींच लेगा। ऐसी स्थिति में बिजली की तरंगें मोबाइल में प्रवेश कर जाएंगी।

 क्या आप जानते हैं? 

वैसे बारिश के दौरान स्विच ऑफ मोबाइल भी खतरनाक साबित हो सकता है। दुनिया भर में हर सेकेंड 1800 से 2000 बादलों की गर्जना होती है। आकाश से बिजली पृथ्वी पर 22 हजार 400 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गिरती है। वैज्ञानिकों की मानें तो आकाश में रोज 44 हजार बार बिजली चमकती है। लेकिन बिजली और हमारे बीच बादलों की मोटी परत की वजह से ये हमें हमेशा नहीं दिखाई पड़ती।

मृतक सूरज नेताम