बालोद/गुुंडरदेही। आजकल सबसे ज्यादा मौते सड़क दुर्घटना से होता है कारण सिर में गहरा चोट लगना होता है इसलिए हम सबको बाईक चलाते समय हेलमेट को अनिवार्य रूप से पहनकर चलना चाहिए ।आज दैनिक बालोद न्यूज से खास बातचीत में रोहित मालेकर थाना प्रभारी गुंडरदेही ने आम लोगों से जनहित में अपील करते हुए दैनिक जीवन में हेलमेट पहनने के लाभ व अन्य जानकारी बताये है।
हेलमेट पहनने से दुर्घटना के समय आपका सिर ही नहीं रीढ़ की हड्डी की भी सुरक्षा होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि हेलमेट पहनने से सर्वाइकल स्पाइन इंजरी होने का खतरा कम हो जाता है। अगर हेलमेट पहन रखा है और दुर्घटना घट गई, तो रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर होने की संभावना कम हो जाती है।
एक शोध के मुताबिक हेलमेट पहनने से मस्तिष्क को गंभीर चोट से बचाया जा सकता है
विशेषज्ञों का कहना है कि दोपहिया चलाते समय यदि आपने हेलमेट पहना हुआ है, तो यह आपकी आंखों के लिए भी ठीक है। यह तेज हवा, धूल-मिट्टी, कीटाणु प्रदूषण आदि से आंखों की रक्षा करता है। इससे आंखों में होने वाले संक्रमण को काफी हद तक कम किया जा सकता है। वाहन चलाते वक्त हेलमेट का शीशा बंद रखने से आंखों की सुरक्षा होती है। इससे कोई वस्तु आंखों से नहीं टकराती। इसमें लगा शीशा बंद करके रखने से तेज हवा, धूल मिट्टी या कोई वस्तु आंखों से नहीं टकराती और हमारी आंखों की सुरक्षा होती है।
हेलमेट पहनना कानों की सेहत का भी ख्याल रखता है
इससे हमारे कानों में पड़ने वाला तेज शोर धीमा होकर पहुंचता है, जिससे कानों की मांसपेशियों पर बुरा असर नहीं पड़ता। अगर हेलमेट नहीं पहना हुआ है, तो तेज शोर, धूल मिट्टी आदि से कान की मांसपेशियां क्षतिग्रस्त हो सकती हैं या व्यक्ति बहरेपन का शिकार भी हो सकता है। हेलमेट पहनना ध्यान केद्रिंत करने का भी काम करता है। चेहरे पर लगा हेलमेट सीधे वाहन चलाने पर ध्यान लगाने में सहायक होता है। अगर हमने हेलमेट पहना हुआ है, तो हम अपने आसपास की चीजों पर ध्यान नहीं देंगे। इससे ध्यान भटकने से दुर्घटना होने का खतरा काफी कम हो जाएगा। गर्मी के मौसम में वाहन चलाते समय यदि हेलमेट पहना हुआ है, तो सूर्य की हानिकारक अल्ट्रा वायलेट किरणों से त्वचा की रक्षा होती है। इससे चेहरे पर दाग-धब्बे, झुर्रियां आदि का खतरा काफी कम हो जाता है।
हेलमेट के साथ न करें समझौता
देखा जाता है कि ज्यादातर लोग सुरक्षा की दृष्टि से कम, चालान से बचाने के लिए सस्ता हेलमेट पहनकर निकलते हैं, जो गलत है। सस्ते हेलमेट घटिया प्लास्टिक के बने होते हैं, जो जरा से दबाव से ही टूट जाते हैं। अगर दुर्घटना हो जाए, तो यह आपके सिर की सुरक्षा नहीं कर पाते और गंभीर चोंट आ सकती है , आईएसआई मार्का हेलमेट मजबूत फाइबर से बने होते हैं, जो तेज दबाव में नहीं टूटते। यह दुर्घटना के समय सिर की पूर्ण सुरक्षा करते हैं, जिससे जीवन बच जाता है।
हेलमेट न पहनने की वजह से हर घंटे जाती है 05 लोगों की जान जाती है
आकड़ो के मुताबिक देशभर में हर रोज ओसतन 119 लोगों की मौत हेलमेट न लगाने की वजह से होती है। यानी हर घंटे 5 लोग सड़क हादसे में अपनी जान गवा देते हैं और इसका कारण उनका हेलमेट न पहनना होता है।
हेलमेट पहनते समय कुछ सावधानी है जरूरी
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हेलमेट पहनते समय कुछ सावधानियां जरूरी है। अगर इसका आकार सिर से बड़ा है, तो इसे बदल दें। हेलमेट अगर ढीला होगा, तो दुर्घटना के समय यह सिर से निकल सकता है और सिर में गंभीर चोट आ सकती है। इसे पहनने के बाद इसकी पट्टी जरूर लगा लें। हेलमेट पहनते समय सिर पर कपड़ा जरूर बांधे, इससे बैलेंस बना रहता है। हेलमेट को समय-समय पर धोते जरूर रहें। इसमें लगे हानिकारक बैक्टीरिया, सिर, आंख, त्वचा में संक्रमण कर सकते हैं। कोशिश करें कि किसी दूसरे का हेलमेट न इस्तेमाल करें। अपने पर्सनल उपयोग के लिए अलग हेलमेट रखें।
गुंडरदेही बालोद पुलिस अपील करता हैं कि
गुण्डरदेही बालोद पुलिस आपसे अपील करती है ,दुपहिया वाहन चलाते वक्त हेलमेट अवश्य लगाए।याद रखे घर मे कोई आपका इंतजार कर रहा है।
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