Exclusive- ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी के नाम से लोगों के पते पर आ रहा कूपन ,7 से 10 लाख के इनाम का झांसा देकर लोगों से कर रहे लाखों की ठगी, जिला पुलिस अलर्ट,आप भी रहिए सावधान वरना लूट जाएंगे, जिले में हो गई है एक बड़ी घटना बेंगलुरु का है गिरोह, कैसें बचे इससे पढ़े पूरी खबर


दीपक यादव, बालोद। साइबर अपराधी लोगों को ठगने के लिए कई नई तरीके अपना रहे हैं। लोगों को कभी एटीएम वेरीफिकेशन के नाम पर फोन आता था तो अब लोगों को लॉटरी के नाम पर झांसे में लिया जा रहा है। लाखों का प्रलोभन देकर लोगों के खाते से लाखों रुपए पार करवाया जा रहे हैं। अब नया मामला ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड बैंगलुरु के नाम से सामने आ रहा है।

इस तरह से घरों में डाक से आ रहा लॉटरी कूपन

जो सीधे लोगों के घरों के पते पर पोस्ट के जरिए कूपन भेजते हैं फिर उस इनाम को पाने का झांसा देकर सामने वाले से चार्ज के नाम पर लाखों रुपए जमा करवा लेते हैं। इनाम के चक्कर में लोग पैसा जमा करते जाते हैं। जब तक उन्हें पता चलता है कि यह तो फर्जी है, जमा पैसा ना वापस हो पाता है ना कोई इनाम मिल पाता है। बेंगलुरु एमजी रोड के पते के नाम से आ रहे इस ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी के नाम से जिले में साइबर क्राइम का एक मामला थाने में भी दर्ज हो गया है। इसके बाद जिला पुलिस प्रशासन ने सभी थाना को उक्त कंपनी के प्रति आगाह करते हुए पत्र भेजकर अलर्ट किया है कि वे सावधान रहें और लोगों को जागरूक करें। ताकि कोई किसी तरह से ठगों के जाल में ना फंसे। सीधे पते पर बकायदा नाम, पिता का नाम, पोस्ट ऑफिस, मोबाइल नंबर, जिला वगैरह लिखकर घर तक पोस्ट आने के कारण संबंधित व्यक्ति भी इसे सही मान बैठते हैं और खुद की लॉटरी लगने की बात करके इस गिरोह के झांसे में आ जाते हैं।

इस किसान ने गवा दिए ₹2 लाख 60000

किसान हेमलाल जिसने झांसे में आकर 2 लाख 60 हजार जमा किए


इसी कंपनी के ऑनलाइन शॉपिंग व 7 लाख की लॉटरी के चक्कर में गुण्डरदेही ब्लॉक के रनचिराई थाना क्षेत्र के ग्राम रजोली के हेमलाल भट्ट ने ₹260000 गंवा दिये। उनके पास भी उनके पते पर पिछले दिनों उक्त कंपनी की ओर से लिफाफे में भर कर यह लेटर आया था। अंग्रेजी और हिंदी दो भाषा में यह लेटर था। जिसमें उन्हें कूपन भेजकर झांसे में लिया गया था कि आपको 7 लाख की लॉटरी लगी है। पैसे पाना है तो कुछ चार्जेस के तौर पर पैसे खाते में डलवाने होंगे। लाखों मिलने के फेर में हजारों- हजारों जमा करते करते किसान ने ₹260000 तक जमा कर दिया। इस बीच आर्मी में पदस्थ उनका एक दोस्त मिला। जब उन्हें इस लॉटरी के बारे में अपने दोस्तों को बताया तो उनके दोस्त ने समझाया कि यह सब फ्रॉड है और पैसा मत भेजो। हो गया सो हो गया अब भूल जाओ और थाने में भी शिकायत करो। दोस्त की समझाइश के बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ और उन्होंने लिखित में थाने में शिकायत की। पुलिस आरोपी का नंबर ट्रेस कर रही। वही अभी भी कंपनी के लोग उनसे ₹15000 अलग चार्ज के नाम से फिर से खाते में जमा करवाने की बात कह रहे हैं। तभी उन्हें 7 लाख की लॉटरी का पैसा मिलने का लालच दिया जा रहा है। वर्तमान में किसान जैसे तैसे बहाने करके पैसा जमा करना बंद कर दिया है और पुलिस आरोपी को पकड़ने की योजना बना रही है।

10वीं सालगिरह मनाने के नाम पर लकी ड्रा निकालने का दे रहे हैं प्रलोभन


बाकायदा उक्त कंपनी के लोग, लोगों को घर में लेटर भेजकर सूचित कर रहे हैं कि हमारी ऑनलाइन ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड की 10वीं सालगिरह मनाई जा रही है। इस मौके पर कंपनी में लकी ड्रा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है। कंपनी के द्वारा कुछ चुनिंदा ग्राहकों के पते पर भारतीय डाक के माध्यम से एक स्क्रैच कूपन गिफ्ट किया जा रहा है। जिसमें आप टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, मोबाइल, लैपटॉप, नगद इनाम, चेक 10 लाख का विजेता हो सकते हैं। इसके लिए कूपन प्राप्त करते ही स्क्रेच कर 6 अंकों का कोड हमें हेल्पलाइन नंबर पर एस एम एस करें या कॉल करके जानकारी दें। इसके बाद कंपनी के द्वारा कोड को सत्यापित कर इनाम के बारे में जानकारी दी जाएगी। इनाम प्राप्त करने में मदद की जाएगी।

इस तरह से फँसाते हैं फिर लोगों को

यह भी कहा जाता है कि नगद इनाम सीधे आपके बैंक के खाते में जाएगा। इनाम डिलीवरी के लिए कोरियर चार्ज एडवांस अग्रिम विजेता को ही देना पड़ेगा। सारे सरकारी कर और प्रक्रिया शुल्क विजेता को देना पड़ेगा। सारे शुल्क विजेता से अग्रिम में एकत्रित किया जाएगा और किसी भी हालत में यह इनाम की राशि के साथ एडजस्ट नहीं किया जाएगा। यही से ही लोगों को इस लाटरी स्कीम में फंसाने का खेल शुरू होता है। पहले से ही शर्त बता दिया जाता है कि जो भी चार्ज लगेंगे वह लॉटरी के विजेता को ही वहन करना पड़ेगा और बाकायदा इस लेटर में कंपनी द्वारा हेल्पलाइन नंबर भी दिया जाता है जिसमें फोन करने पर कंपनी के लोग उन्हें स्कीम बता कर झांसे में लेते हैं।