अवैध मुरूम उत्खनन पर कार्यवाही में दो महिने लग गये प्रशासन को ,कलेक्टर के निर्देश के बाद राजस्व अमले ने मारा छापा

मौके से दो एस्कावेटर जप्त


दैनिक बालोद न्यूज/घनश्याम साव/डोंगरगांव।
विकासखंड के ग्राम पंचायत बड़भूम अंतर्गत तालाब के किनारे पिछले दो – तीन माह से लगातार हो रहे अवैध मुरूम उत्खनन के विरूद्ध प्रशासन ने अब जाकर कार्यवाही की है। विगत कई माह से इस अवैध उत्खनन की गूंज पूरे जिले भर में सुनाई दे रही थी। लेकिन राजस्व अमले को कार्यवाही करने में पूरे दो माह से अधिक समय लग गये, वह भी तब जब समाचार पत्रों और वेब मीडिया में लगातार इस संबंध में समाचार प्रकाशित हुआ, तब अंतत: कलेक्टर के निर्देश पर कार्यवाही होने की जानकारी सामने आई है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बड़भूम में पंचायत भवन के करीब में ही एक लम्बे समय से अवैध रूप से मुरूम उत्खनन किया जा रहा था। बताया जाता है कि उक्त अवैध उत्खनन डोंगरगांव से खुज्जी होकर जेवरतला तक करोड़ों की लागत से किए जा रहे सडक़ चौड़ीकरण के ठेकेदार द्वारा किया जा रहा था। शिकायत तो यहां तक थी कि चोरी की मुरूम का खुलेआम उपयोग एडीबी द्वारा स्वीकृत सडक़ निर्माण के लिए किया जा रहा है। वहीं दबे छुपे यह भी पता चला है कि क्षेत्र में बन रहे सडक़ के अलावा दूसरे तहसील और विधानसभा क्षेत्र में बन रहे सडक़ों के लिए भी यहीं से मुरूम उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा था।
इसकी लगातार शिकायत होने के बाद शनिवार को अचानक एसडीएम के निर्देश के बाद नायब तहसीलदार राधाकृष्ण बंजारे मौके पर पहुंचे और अवैध मुरूम उत्खनन स्थल का मुआयना करते हुए संबंधितों से उत्खनन संबंधी शासकीय अनुमति के दस्तावेज मांगने पर संबंधित कंपनी के कर्ताधर्ता निरूत्तर हो गये और उत्खनन संबंधी किसी प्रकार का भी कागजात प्रस्तुत नहीं कर पाये। जिसके बाद नायब तहसीलदार श्री बंजारे ने मौके पर मौजूद हिताची कंपनी के दो नग एस्कावेटर की जप्ती बनाकर पंचनामा तैयार कर ब्लॉक मुख्यालय तक लाने की व्यवस्था न बनने पर अभी संबंधित वाहन मालिकों के सुपुर्द ही किया गया है।

इस संंबंध में नायब तहसीलदार राधाकृष्ण बंजारे ने बताया कि

मौका निरीक्षण पर पाया गया कि लगभग 22 हजार घन मीटर मुरूम का उत्खनन किया गया है। मांगने के बाद भी उत्खनन की अनुमति का किसी प्रकार का कोई कागजात प्रस्तुत नहीं किया गया, जिसके बाद कार्यवाही की गई है और प्रतिवेदन बनाकर कलेक्टर को प्रेषित किया गया है।
ग्राम पंचायत की कार्यविधि पर भी संदेह
ग्राम पंचायत बड़भूम के आधिपत्य वाले तालाब के किनारे से पिछले कई दिनों से हो रहे अवैध मुरूम उत्खनन में अब ग्राम पंचायत के पदाधिकारी भी घिरते नजर आ रहे हैं। इतने बड़े भूभाग में हो रहे खनन से पंचायत के जिम्मेदार पदाधिकारी अनभिज्ञ हों, ऐसा कम ही हो सकता है। पता तो यह भी चला है कि संबंधित ठेकेदार ने ग्रामवासियों से तालाब बनाने के नाम पर उत्खनन की अनुमति मांगी थी, जिसके लिए कुछ रकम ग्राम विकास के नाम पर भी दिये जाने की जानकारी मिली है।
इस संबंध में नियमानुसार राजस्व अधिकारियों द्वारा पंचायत पदाधिकारियों से भी पूछताछ किये जाने की संभावना है। जिसके लिए सचिव सहित सरपंच को नोटिस दिये जाने की कार्यवाही हो सकती है।

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