जंगल से पत्थरों का अवैध परिवहन करते तीन वाहन जप्त

वन विभाग डोंगरगांव की टीम ने गुंगेरी नवागांव में दी दबिश

दैनिक बालोद न्यूज/ घनश्याम साव /डोंगरगांव।राजनांदगांव वन मंडल अंतर्गत डोंगरगांव क्षेत्र के गुंगेरी नवागांव क्षेत्र के पहाड़ी-जंगल से अवैध रूप से पत्थर की चोरी कर रहे एक जेसीबी और तीन ट्रकों को वन विभाग की टीम ने रविवार को जप्त किया है। तीनों वाहनों को डोंगरगांव के डिपो में रखवाया गया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार गुंगेरी नवागांव (मनेरी-साल्हे) क्षेत्र के जंगल से करीब दो माह से बगैर अनुमति के पत्थर का उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा था। इस मामले की सूचना मिलने पर रविवार को डोंगरगांव के रेंजर श्री अग्रिहोत्री की टीम द्वारा मौके पर दबिश दी गई। उस दौरान एक ट्रक को जंगल से निकाले गए पत्थरों को लोडकर परिवहन करते पकड़ा गया, जबकि दूसरे ट्रक मेें पत्थरों को लोड किया जा रहा था, वहीं तीसरे ट्रक को भी पत्थर लोड कराने के लिए लाइन में खड़ा पाया गया। मौके पर पत्थर की खुदाई कर लोड करने में प्रयुक्त जेसीबी को भी जप्त किया गया है। जिन ट्रकों को पकड़ा गया है, उनके नंबर सीजी 04 जेसी 8308, सीजी 08 एजे 7282 और सीजी 07 सीए 0980 है। तीनों ट्रकों को डोंगरगांव स्थित वन विभाग केे डिपो मेें रखवाया गया है, जबकि जेसीबी मशीन मौके पर ही खड़ी हुई थी।

बीट प्रभारी ने किया पत्थर चोरी का खुलासा


सूत्रों की मानें तो गुंगेरी नवागांव के बीट क्रमांक 539 में गिरगांव बीट प्रभारी रिंकी वैष्णव ने गश्त के दौरान पहाड़ी-जंगल से पत्थरों का अवैध उत्खनन का मामला पकड़ा। पत्थरों को अर्जुनी के समीपस्थ ग्राम सुखरी सहित आसपास के क्षेत्रों में चल रहे निर्माण कार्यों के लिए डंप व सप्लाई किया जा रहा था। पता चला है कि ग्राम सुखरी में रेत चोरी के लिए नदी पर रास्ता बनाया जा रहा है, जिसमें चोरी के पत्थरों का उपयोग किया जा रहा है।
इस बारे में डोंगरगांव के रेंजर रविशंकर अग्रिहोत्री ने कहा कि ग्राम गुंगेरी नवागांव में जंगल से पत्थरों की चोरी होने की खबर ग्रामीणों के माध्यम से बीट गार्ड द्वारा मिली थी, जिसके बाद आज रविवार को छापा मारा गया। मौके से तीन ट्रकों को पत्थर का अवैध परिवहन करते पकड़ा गया है। सभी वाहनों को डोंगरगांव के वन डिपो में खड़ा किया गया है। इस मामले में आगे की कार्रवाई राजनांदगांव वन मंडल द्वारा की जाएगी।

कलेक्टर से शिकायत करेंगे ग्रामीण


बताया जाता है कि जंगल से पत्थरों की चोरी और ग्राम साल्हे के पास एक खेत से लगातार की जा रही मुरूम की चोरी को लेकर ग्रामीणों द्वारा शिकायत डोंगरगांव के एसडीएम हितेश पिस्दा और तहसीलदार सुश्री प्रीति लारोकर से भी की गई थी, इसके बावजूद दोनों अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया गया। ग्रामीणों की शिकायत पर तहसीलदार द्वारा यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया गया कि एसडीएम साहब ही इस बारे मेें बतायेंगे। वहीं एसडीएम द्वारा ग्रामीणों की बातों को यह कहकर नजरअंदाज कर दिया कि हम इस मामले में आखिर क्या कर सकते हैं? इसके बाद ग्रामीणों ने इस पूरे मामले की शिकायत सोमवार 26 जुलाई को कलेक्टर से करने की बात कही है।

मुरूम चोरी के मामले में कार्यवाही नहीं


ग्राम मनेरी मार्ग पर साल्हे खार स्थित नहर नाली के बाजू से मुरूम चोरी का काम विगत दो माह से बेधड़क चल रहा है, लेकिन मजाल है कि खनिज और राजस्व विभाग का अमला उस ओर झांकने की हिम्मत जुटा सके। अखबारों में लगातार समाचार प्रकाशन के बावजूद आज तक मुरूम चोरी करने वाले पर कोई कार्रवाई नहीं किया जाना संदेहों को जन्म दे रहा है। बताया जाता है कि अखबारों में खबर छपने के बाद खनिज विभाग वाले मौके पर पहुंचे जरूर थे, लेकिन संबंधित व्यक्ति से एक होटल में बैठकर पूरे मामले को रफादफा कर दिया गया। हैरत की बात यह है कि खनिज अधिकारी और खनिज निरीक्षक मीडिया के सवालों का जवाब देने से बचने के लिए फोन भी रिसीव नहीं करते। ऐसे में कलेक्टर को चाहिए कि जिले भर में चल रहे अवैध उत्खनन के मामलों को स्वत: संज्ञान में लेकर कार्यवाही कराएं।

हाइवा चालक को डिमांड नोटिस जारी


इधर ग्राम साल्हे में ठोकर मारकर दो बिजली खंबों को क्षतिग्रस्त करने के मामले में बिजली विभाग द्वारा आरोपी हाइवा वाहन चालक को डिमांड नोटिस जारी करने की खबर है। डोंगरगांव के जेई आर.पी. ठाकुर ने बताया कि ग्रामीणों से जानकारी मिली थी कि हाइवा क्रमांक सीजी 08 एजे 7282 के चालक द्वारा विगत दिनों बिजली खंबों को ठोकर मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। उसकेे बाद विभागीय अमले को मौके पर भेजकर क्षतिग्रस्त खंबों की जगह नए खंबे लगवाकर बिजली व्यवस्था सुचारू कराई गई है। इस बारे में डोंगरगांव थाने में भी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। श्री ठाकुर ने बताया कि आरोपी वाहन क्रमांक सीजी 08 एजे 7282 के चालक को डिमांड नोटिस जारी किया गया है। प्रति बिजली खंबा 10 हजार रूपए के हिसाब से आरोपी वाहन चालक से 20 हजार रूपए की वसूली की जाएगी। ज्ञात हो कि जिस वाहन द्वारा बिजली खंबे को क्षतिग्रस्त किया गया था, उसी वाहन को आज पत्थरों का अवैध परिवहन करते पकड़ा गया है।